
आदित्य मिश्र
अमेठी, 5 अगस्त 2025 :
यूपी के अमेठी जिले में मुसाफिरखाना क्षेत्र के कादू नाला वन क्षेत्र में जानवरों के तबेले में मृत मिले तेंदुए को सेप्टीसीमिया हो गया था। इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। संक्रमण व भूख से परेशान विक्षिप्त दशा में वो हिंसक हो गया था। इसी दौरान उसकी जान चली गई। वन विभाग ने पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।
बता दें कि शनिवार को तेंदुए ने कादू नाला वन क्षेत्र से निकलकर मुसाफिरखाना क्षेत्र के भेंदपुर और बिरईपुर गांव में पांच ग्रामीणों पर हमला किया था। वहीं कई पालतू जानवरों का भी शिकार किया था। हमले की सूचना के बाद लखनऊ और बहराइच से आई विशेषज्ञ रेस्क्यू टीमें, वन विभाग और पुलिस के साथ मिलकर रातभर सर्च ऑपरेशन चलाती रहीं। गांव में पिंजड़े, जाल, ड्रोन कैमरे और लाइटों की मदद से निगरानी की गई। सुरक्षा के लिहाज से PAC की तैनाती भी की गई थी।
इसी दौरान तेंदुआ रविवार की सुबह भैंसों के तबेले में मृत पाया गया। आशंका जताई गई कि भैसों से संघर्ष से उसकी जान चली गई। फिलहाल विशेषज्ञों ने उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट आने के बाद पता चला है कि तेंदुए की बाईं आंख के ऊपर एक पुराना घाव था, जिससे खून में जहर फैल गया था। सेप्टीसीमिया के संक्रमण का शिकार हुआ तेंदुआ दर्द और भूख से तड़प रहा था इसीलिए आबादी की ओर आ निकला। उसके पेट में भी कोई भोजन नहीं पाया गया।
वन विभाग ने तेंदुए का पोस्टमार्टम कराने के बाद बाद उसका बिसरा जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), बरेली भेजा है। तेंदुए की उम्र लगभग 13 से 14 वर्ष आंकी गई है। अनुमान है कि वह बहराइच या किसी अन्य जिले के जंगल से भटकते हुए गोमती नदी के किनारे से होता हुआ अमेठी के कादू नाला वन क्षेत्र में पहुंचा था। रणवीर मिश्र, प्रभागीय वनाधिकारी व अन्य अफसरों की मौजूदगी में मृत तेंदुए का अंतिम संस्कार भाले सुल्तान स्मारक के पास वन्य क्षेत्र में ही कर दिया गया।