
नई दिल्ली, 8 अगस्त 2025
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (79) का मंगलवार को निधन हो गया। वह लंबी बीमारी से जूझ रहे थे। उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित होने के कारण दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोपहर करीब 1.10 बजे उनका निधन हो गया।
मलिक ने अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू और कश्मीर के 10वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान ही केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द कर दिया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया।
विभिन्न दलों और राज्यों में पांच दशकों से अधिक समय तक राजनीतिक जीवन बिताने वाले मलिक पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह द्वारा स्थापित भारतीय क्रांति दल के साथ बागपत से विधायक चुने गए थे।
इसके बाद उन्होंने 1980 से 1989 के बीच उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्य किया। 1989 में वे जनता दल के टिकट पर अलीगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए। मलिक को 2012 में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था और 2014 में उन्हें पुनः इस पद पर नियुक्त किया गया था।
मलिक ने अपने सार्वजनिक जीवन के अंतिम चरण में कई सरकारी पदों पर कार्य किया। उन्हें 2017 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया और 2018 में उन्हें ओडिशा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।