
गैरसैंण, 19 अगस्त 2025:
उत्तराखंड की गैरसैंण विधानसभा में मंगलवार को मानसून सत्र के पहले दिन एक अभूतपूर्व घटना देखने को मिली। कांग्रेस और विपक्षी विधायकों ने सदन की कार्यवाही के दौरान जोरदार हंगामा किया और बाद में विधानसभा भवन के भीतर ही धरने पर बैठ गए। विरोध इतना तेज रहा कि विपक्षी विधायक पूरी रात सदन में ही डटे रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने व्यक्तिगत तौर पर विपक्ष को मनाने की कोशिश की, यहां तक कि उन्होंने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को फोन भी किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए।
विपक्ष की प्रमुख मांग थी कि सदन का समय बढ़ाया जाए और नियम 310 के तहत कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा कराई जाए। नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान हुई धक्का-मुक्की को लेकर विपक्ष चर्चा चाहता था। लेकिन सत्ता पक्ष ने पूर्व निर्धारित कार्यसूची के मुताबिक कार्यवाही चलाने पर जोर दिया। इसी से नाराज़ होकर कांग्रेस के 19 विधायक और निर्दलीय उमेश कुमार विधानसभा में ही बैठ गए।
हंगामे के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि विपक्षी विधायकों ने माइक तक उखाड़ दिए और टेबल पलट दिए। इस वजह से कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। विधानसभा अध्यक्ष और सत्ता पक्ष ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे रातभर वहीं टिके रहे।
विपक्ष का कहना है कि सरकार उनकी बात सुनने से बच रही है और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने का यही तरीका बचा है। यशपाल आर्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर भी जनता को बताया कि विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट है और उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री धामी ने सुबह जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात की और विकास कार्यों की जानकारी ली। लेकिन विधानसभा में विपक्ष के रुख से साफ है कि मानसून सत्र में सरकार को कड़ी चुनौती मिल सकती है।