
बरेली, 23 अगस्त 2025
यूपी के बरेली जिले के हाफिजगंज व प्रेमनगर में पहचान छिपाकर रह रहीं तीन बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से विदेश के कई होटलों के विजटिंग कार्ड, विदेश जाने के बोर्डिंग पास व फर्जी पासपोर्ट बरामद हुए हैं। पुलिस को इन पर जासूसी का शक है और इनकी संदिग्ध गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।
पकड़ी गई बांग्लादेशी महिलाओं में मुनारा बी व सायरा बानो और तस्लीमा तीनों बांग्लादेश के जेस्सोर खुलना जिले की रहने वाली हैं। इसमें मुनारा यहां बरेली के प्रेमनगर व बाकी दोनों हाफिजगंज क्षेत्र में रह रहीं थीं। पुलिस ने इनपुट मिलने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया तो पता चला कि मुनारा बी ने फर्जी पासपोर्ट हासिल कर कई बार बांग्लादेश, दुबई और अन्य देशों की यात्रा की। मुनारा बी ने वर्ष 2011 में भारतीय पासपोर्ट हासिल किया था। वर्ष 2012 में मुनारा ने सायरा के नाम से एक और पासपोर्ट बनवा लिया। इस पर फोटो मुनारा का ही है, जबकि नाम-पता सायरा का दर्ज है। पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने पर कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से दूसरा बनवा लिया।
मुनारा का भाई अजीजुल इस्लाम भी हाफिजगंज कस्बे में रहता है और ईंट भट्ठे पर काम करता है। उसने बताया कि उनका परिवार बरसों पहले से कोलकाता में खानाबदोश के रूप में रहता था। कई साल पहले मुनारा की शादी बरेली के मौलानगर में हुई थी। अब मुनारा की उम्र 65 साल है। उसके पति की मौत हो चुकी है। बहन सायरा बानो के पति की 15 साल पहले मौत हो गई थी। उसका शादीशुदा जवान बेटा भी मर चुका है। तस्लीमा का पति अजीजुल के साथ ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता है।बताया कि उसे अपनी और बहनों की नागरिकता के बारे में कोई सही जानकारी नहीं है। पुलिस को इनके पास से पासपोर्ट, पैन कार्ड, विदेश जाने का बोर्डिंग पास, विदेश के कई होटलो के विजिटिंग कार्ड, भिन्न भिन्न नाम व जन्म तिथि से बने पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड की फोटो कॉपी मिली हैं। इसी आधार पर पुलिस को शक है कि तीनों बहने जासूसी में लिप्त हो सकती हैं। फिलहाल प्रेमनगर थाने में एफआईआर दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया है। इनकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।






