
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 28 अगस्त 2025:
यूपी के वाराणसी के अरिहंतनगर में गत दिनों प्रॉपर्टी कारोबारी महेंद्र गौतम की हत्या 50 करोड़ रुपये की जमीन विवाद के चलते कराई गई थी। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसे बाहर के शूटरों ने अंजाम दिया।
हथियार सप्लायर मुकीम मुठभेड़ में घायल
पुलिस ने घटना में चार आरोपियों जोगेंद्र यादव, संपूर्णानंद शुक्ला उर्फ चंदन शुक्ला और श्याम प्रकाश राजभर उर्फ रेखा प्रधान को गिरफ्तार किया है। फरीदपुर के पास मुठभेड़ में हथियार सप्लायर मुकीम को भी पकड़ा गया, जिसके पैर में गोली लगी। मुकीम सुपारी की रकम लेने आया था। इसके अलावा एक अन्य संदिग्ध को मुंबई के नाला सोपारा से हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है।

डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार और डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि हत्या की साजिश 5 अगस्त को रची गई थी। जमीन के मालिक चंदन शुक्ला और कैलाश शुक्ला थे और जोगेंद्र यादव स्थानीय कॉलोनाइजर बनना चाहता था। करीब 50 करोड़ की इस जमीन को लेकर महेंद्र का कारोबारी साथी जोगेंद्र आदि से विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते महेंद्र की हत्या करवाई गई।
मालूम हो कि महेंद्र गौतम पिछले दिनों सुबह अपने घर से ऑफिस जा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि बाइक चलाते समय वह फोन पर बात कर रहे थे। तभी तीन शूटरों ने उनकी बाइक को ओवरटेक कर नजदीक से गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल महेंद्र को मलदहिया के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
तीन शूटरों की हुई पहचान, एक जौनपुर का निवासी
पुलिस का मानना है कि हत्या का कारण प्रॉपर्टी विवाद है। महेंद्र कॉलोनियां विकसित करने का काम करते थे और उनके बेटे के नाम पर रिंगरोड के पास अरिहंत कॉलोनी विकसित हो रही थी। पुलिस ने तीन शूटरों की पहचान कर ली है। दो बड़ागांव और एक जौनपुर का निवासी बताया जा रहा है। एक अन्य संदिग्ध की तलाश प्रयागराज में की जा रही है। डीसीपी वरुणा ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का पूरी तरह खुलासा किया जाएगा।






