
बाराबंकी, 26 सितंबर 2025
यूपी के बाराबंकी जिला मुख्यालय पर शहर कोतवाली क्षेत्र के बंकी कस्बे में शादी समारोह में उस समय रंग में भंग पड़ गया जब फेरे शुरू होने से पहले ही दहेज की मांग को लेकर विवाह की रस्में रुक गईं। दुल्हन रोने लगी और उस समय उसकी बहन का देवर आगे आया और दुल्हन की मांग भर दी। फिलहाल दहेज के आरोपों को झूठा बताकर बारात बिना दुल्हन वापस लौट गई।
बाराबंकी शहर से सटे बंकी कस्बे के उत्तर टोला में नरेश रहते हैं। उन्होंने बेटी मोहनी (21) की शादी कोठी क्षेत्र निवासी विकास सोनी से तय की थी। गुरुवार की रात बारात बंकी आई। यहां स्वागत सत्कार के बाद दावत संग मंडप में विवाह की रस्में चल रही थीं। बताया गया कि इसी दौरान वर पक्ष ने डेढ़ लाख कैश और सोने के जेवर की डिमांड रख दी। फरमाइश पूरी न होने पर बारात वापस ले जाने की धमकी दी गई।

माहौल बिगड़ा तो दुल्हन मोहिनी रोने लगी। उसका कहना था कि पिता के इतना खर्च करने के बावजूद कोई शादी के समय ऐसे कैसे दहेज मांग सकता है। कल शादी के बाद उसके साथ जाने क्या हो। ये सब देखकर वधू पक्ष भी मायूस और हताश दिखने लगा। दुल्हन के रिश्तेदारों की भीड़ में उसकी बहन का देवर शिवांश भी खड़ा था। दुल्हन की नजर उस पर भी पड़ी। उसी समय शिवांश आगे बढा और मोहनी की मांग भर दी। विवाह समारोह के बीच अचानक ये दृश्य देखकर सभी हतप्रभ रह गए। एक बार फिर से वर पक्ष के लोग भड़क उठे और इसे अपना अपमान बताकर नाराजगी जाहिर की।
फिलहाल शादी में जमा रिश्तेदारों ने शिवांश के कदम को सराहा और एक बार फिर से रस्में शुरू हुईं। फिलहाल मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई, लेकिन किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत नहीं दी। आपसी सहमति से समझौता हो गया। वहीं, वर पक्ष ने दहेज मांगने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उनके साथ साजिश की गई।






