
संतोष देव गिरि
मिर्ज़ापुर 28 सितंबर
यूपी के मिर्जापुर जिले में विख्यात विंध्याचल धाम में रविवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों की संख्या में दूर-दराज़ से पहुंचे भक्त मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए कतारों में खड़े दिखे। मां के जयकारों से विंध्य धाम गूंज उठा। इस दौरान तमाम लोगों को वीआईपी बताकर पंडा समाज सुगम दर्शन कराने में लगा रहा इससे आम श्रद्धालु नाराज दिखा।
नवरात्र पर्व पर धाम में बढ़ती भीड़ ने व्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी कर दी। रविवार को आम दिनों की तुलना में दोगुनी भीड़ उमड़ने से मंदिर मार्ग, गलियों और पार्किंग स्थलों पर जाम जैसी स्थिति बन गई। प्रसाद, नारियल और चुनरी खरीदने के लिए भी दुकानों पर लंबी कतारें देखी गईं। माता विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए भक्तों का भारी सैलाब उमड़ पड़ा। नवरात्र के दौरान सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं, जिससे पूरा विंध्य क्षेत्र जयकारों से गूंज उठा। गंगा तट से लेकर मंदिर तक मुख्य मार्गों पर दर्शनार्थियों की भीड़ देखी गई।

देश के विभिन्न प्रांतों से पहुंचे भक्त मां के दर्शन के लिए उत्सुक दिखे। मंदिर में प्रवेश के लिए पूर्वी और पश्चिमी द्वार पर सुबह से ही लंबी लाइनें लग गईं। गणेश द्वार से दो कतारों में भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा था, जबकि पूर्वी द्वार से एक कतार में श्रद्धालु गर्भ गृह में प्रवेश कर रहे थे। दर्शन के बाद दो निकास द्वारों से भक्तों को बाहर निकाला गया। श्रद्धालुओं का आरोप है कि नकली वीआईपी और उनके समर्थक बिना लाइन लगे सीधे दर्शन-पूजन कर रहे हैं, जबकि आम भक्तों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को धता बताते हुए कुछ पुलिसकर्मी और पंडा अपने खास लोगों को वीआईपी लाइन से प्रवेश दिला रहे हैं।
नवरात्र मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन और पुलिस लगातार मुस्तैद होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन नकली वीआईपी संस्कृति ने पूरी व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। इस मामले पर जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कहा कि “यदि मंदिर में इस तरह की गतिविधियां हो रही हैं तो यह पूरी तरह गलत और नियम विरुद्ध है। दर्शन-पूजन के तय नियमों की अवहेलना किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं होगी। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।”






