लखनऊ, 8 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के गौतम बुद्ध मार्ग स्थित व्यापार भवन में हुई लखनऊ व्यापार मंडल की कार्यकारी समिति की बैठक में व्यापारियों ने एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) और नगर निगम के उत्पीड़न के खिलाफ तीखा विरोध दर्ज कराया।
बैठक की अध्यक्षता व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने और संचालन वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा ने किया। बैठक में बुद्धेश्वर परिक्षेत्र प्रभारी रामशंकर राजपूत ने बताया कि करीब 35 वर्ष पूर्व बनी दुकानों को एलडीए द्वारा अब नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिसे व्यापारियों ने “उत्पीड़न” करार दिया।
चारबाग, गुरुनानक मार्केट, अमीनाबाद और मोहन मार्केट के व्यापारियों ने कहा कि उनकी दुकानें लगभग 70 वर्ष पुरानी हैं। इस आधार पर नगर निगम को उन्हें मालियत (स्वामित्व अधिकार) प्रदान करना चाहिए। उन्होंने नगर निगम कर्मचारियों द्वारा लगातार किए जा रहे दुर्व्यवहार और उत्पीड़न पर भी गहरी चिंता जताई।
अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि सरकार स्वदेशी अपनाने की बात करती है, लेकिन 70 साल पुरानी स्वदेशी दुकानों को स्वदेशी मान्यता क्यों नहीं दी जा रही? जब हमारी दुकानें स्वदेशी होंगी, तभी उनमें बिकने वाला सामान भी स्वदेशी कहलाएगा।
बैठक में सभी व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि यदि एलडीए और नगर निगम द्वारा उत्पीड़न पर रोक नहीं लगाई गई तो व्यापार मंडल एक व्यापक आंदोलन छेड़ेगा।
बैठक में राजेन्द्र कुमार अग्रवाल, देवेंद्र गुप्ता, अनुराग मिश्रा, अभिषेक खरे, भारत भूषण गुप्ता, शशि शुक्ला, सुशील तिवारी, सुमित गुप्ता, प्रियंक गुप्ता, निहारिका सिंह, इमरान कुरैशी, अरुण अवस्थी, अचल मल्होत्रा, जीएस सेठी, राजेश वर्मा, नीलेश टाटा, मोहम्मद शफीक विशाल अग्रवाल, शेर सिंह, रविन्द्र यादव, विजय निर्वाण, पिंटू गुप्ता, सिद्धार्थ गुप्ता, अजय सक्सेना सहित तमाम व्यापारी मौजूद थे।






