अनमोल शर्मा,
मेरठ, 6 जनवरी 2025:
होटल व्यवसाय में अग्रणी कंपनी ओयो (OYO) ने एक नया निर्देश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अविवाहित जोड़ों को होटल में रुकने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस निर्णय की शुरुआत मेरठ शहर से की गई है। हालांकि, कंपनी द्वारा यह संकेत दिया गया है कि इस फैसले को देशभर में लागू किया जा सकता है। इस घोषणा के बाद मेरठ के युवा और छात्र-छात्राएं दो धड़ों में बंट गए हैं। कुछ लोग इस कदम का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ इसे अनुचित बता रहे हैं।
स्थानीय OYO होटल संचालक ने किया खंडन
ओयो होटल के स्थानीय संचालक अक्षय सेठ ने बताया कि कंपनी की ओर से उन्हें ऐसा कोई आधिकारिक निर्देश नहीं मिला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ओयो हमेशा से सरकारी नियमों और मानकों का पालन करता आया है। उन्होंने कहा, “हम बालिग ग्राहकों को ही कमरा उपलब्ध कराते हैं और दस्तावेजों की जांच के बाद ही बुकिंग स्वीकार करते हैं। अगर ऐसा कोई फैसला लागू किया गया तो इससे ऑनलाइन बुकिंग जरूर प्रभावित होगी, लेकिन ग्राहकों की संख्या में कमी नहीं आएगी।”
युवाओं की मिली जुली प्रतिक्रया
मेरठ के कई युवाओं ने इस फैसले को अनुचित बताते हुए कहा कि यह आधुनिक समय में दकियानूसी सोच का परिचायक है। वहीं, कुछ लोग इसे सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं। एक छात्रा ने कहा, “अविवाहित जोड़ों को होटल में रुकने से रोकना उनकी निजी आजादी में हस्तक्षेप है।” दूसरी ओर, एक युवा ने कहा, “यह फैसला सामाजिक मर्यादाओं को बनाए रखने के लिए जरूरी है।”
OYO के लिए बढेंगी चुनौतियाँ
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह फैसला व्यापक स्तर पर लागू किया गया, तो ओयो को भारी नुकसान हो सकता है। कंपनी के लिए यह फैसला घाटे का सौदा साबित हो सकता है, क्योंकि युवा वर्ग ओयो का बड़ा उपभोक्ता आधार है।