लखनऊ, 11 नवंबर 2025:
ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों के लिए खुशखबरी है। अब आपको हर प्रोडक्ट के साथ ये जानकारी भी मिलेगी कि वो सामान आखिर बना कहां है। यानी आप जब किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे अमेज़न या फ्लिपकार्ट पर कुछ खरीदेंगे, तो वहां साफ लिखा होगा कि वो आइटम भारत में बना है या किसी दूसरे देश में।
क्या है मंत्रालय का नया प्रस्ताव?
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए एक नया नियम प्रस्तावित किया है। इसमें कहा गया है कि हर वेबसाइट पर अब “Country of Origin” यानी प्रोडक्ट किस देश का है, ये दिखाने के लिए एक अलग फिल्टर देना जरूरी होगा। इससे ग्राहक आसानी से देश के हिसाब से चीजें सर्च कर सकेंगे। जैसे अगर कोई सिर्फ “Made in India” प्रोडक्ट्स देखना चाहता है, तो वो एक क्लिक में ऐसा कर सकेगा।
समय और जानकारी दोनों की होगी बचत
यह कदम ग्राहकों के लिए बहुत मददगार साबित होगा। अब लोगों को लंबी लिस्ट में जाकर यह ढूंढने की जरूरत नहीं होगी कि कौन सा प्रोडक्ट किस देश का है। इससे समय की बचत होगी और खरीदारी का अनुभव भी आसान बनेगा।
‘वोकल फॉर लोकल’ को मिलेगा बढ़ावा
सरकार का मानना है कि यह नियम “आत्मनिर्भर भारत” और “वोकल फॉर लोकल” जैसे अभियानों को भी मजबूत करेगा। क्योंकि अब “Made in India” प्रोडक्ट्स को ज्यादा विजिबिलिटी मिलेगी और देसी ब्रांड्स को विदेशी प्रोडक्ट्स के बराबर मौका मिलेगा। इससे देश के निर्माताओं को फायदा होगा और लोग भी घरेलू सामान खरीदने के लिए प्रेरित होंगे।
22 नवंबर तक मांगे गए सुझाव
मंत्रालय ने अपने ड्राफ्ट नियमों को वेबसाइट पर जारी कर दिया है। अब सभी कंपनियों और लोगों से 22 नवंबर तक इस पर सुझाव मांगे गए हैं। अधिकारी भी इस फिल्टर की मदद से यह जांच सकेंगे कि नियमों का पालन सही तरीके से हो रहा है या नहीं। सरकार का कहना है कि यह कदम ग्राहक हित और निष्पक्ष ई-कॉमर्स व्यवस्था की दिशा में बड़ा बदलाव साबित होगा।






