हरदोई, 23 नवंबर 2025:
साइबर अपराधों पर लगाम कसने के दौरान पुलिस को एक बड़ा मामला हाथ लगा है। थाना कोतवाली शहर की साइबर हेल्प डेस्क ने जांच में पता लगाया कि हरदोई के ही एक POS एजेंट ने करीब 99 सिम कार्ड जारी किए, जिनमें कई सिम अलग-अलग लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड दिखाए गए। साइबर फ्रॉड में इनके इस्तेमाल होने की आशंका को लेकर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
दरअसल साइबर वेरिफिकेशन के दौरान सीतापुर जनपद के मछरेटा थाना क्षेत्र के रानामऊ गांव के सात लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड सिम कार्ड की जांच की गई। पूछताछ में सभी ने बताया कि एक अनजान व्यक्ति उनके गांव आया था और उसने सिम कार्ड बेचने की कोशिश की थी। उन्हें न तो सिम की जरूरत थी और न ही उन्होंने कोई दस्तावेज दिए।
साइबर टीम जब POS कोड की जानकारी के लिए हरदोई के बीएसएनएल कार्यालय पहुंची तो पता चला कि यह कोड शाहजहांपुर से जनरेट हुआ है। बाद में बीएसएनएल शाहजहांपुर कार्यालय में जांच की गई, जहां POS कोड हरदोई निवासी आशुतोष गुप्ता के नाम पर रजिस्टर्ड पाया गया।
साइबर टीम को शक है कि एजेंट आशुतोष गुप्ता द्वारा बेचे गए सिम कार्ड फ्रॉड करने वाले गिरोहों को उपलब्ध कराए गए, जिनका उपयोग विभिन्न साइबर अपराधों में किया गया। जांच के दौरान कई मोबाइल नंबरों की लोकेशन और उपयोगकर्ता विवरण संदिग्ध पाए गए, जिससे धोखाधड़ी की पुष्टि की आशंका पुख्ता हुई।
कोतवाली शहर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। संबंधित POS एजेंट के विरुद्ध उचित धाराओं में अभियोग पंजीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। साइबर हेल्प डेस्क प्रभारी ने बताया कि टीम इस पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है ताकि आगे कोई बड़ा धोखा न हो सके।






