बाराबंकी, 24 नवंबर 2025:
कार चलाना सीख रहे बेटे ने गलती से अपनी ही मां को कुचल दिया। एक्सीलेटर ज्यादा दब जाने से कार बेकाबू हुई और कुर्सी पर बैठी मां को रौंदते हुए निकल गई। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए बिना महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
घटना कोतवाली हैदरगढ़ क्षेत्र के बहुता गांव की है। यहां रहने वाले राकेश तिवारी किराने की दुकान चलाते हैं। उनके दो बेटे हैं बड़ा बेटा सूरज (24) और छोटा बेटा भानु, जो फैजाबाद में नौकरी करता है। रविवार दोपहर करीब 3 बजे राकेश की पत्नी मीनू तिवारी (60) घर के बाहर धूप सेंक रही थीं। उसी समय रिश्तेदार की कार बाहर खड़ी थी।

अचानक सूरज को ड्राइविंग सीखने की सूझी और हाथ साफ करने के लिए उसने कार स्टार्ट की। उसने एक्सीलेटर पर पैर रखा लेकिन जरूरत से ज्यादा जोर पड़ने पर कार अचानक तेज रफ्तार में आगे बढ़ी और लहराते हुए सीधे मां पर चढ़ गई। तेज आवाज सुनते ही आसपास के लोग दौड़ पड़े। परिजन तुरंत मीनू को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुछ देर बाद परिवार ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार सदमे में है। कार करीबी रिश्तेदार की थी आरोपी घर का बेटा ही था शायद यही सोचकर पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार कर दिया।






