बाराबंकी, 7 दिसंबर 2025:
प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण और जनभागीदारी को नई ऊर्जा देने के उद्देश्य से लखनऊ से सटे बाराबंकी में वन प्रभाग की ओर उदवतनगर घघरा झील में रविवार को बर्ड वाचिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम डीएफओ आकाशदीप बधावन के निर्देशन में वन विभाग और WLC उद्यम के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
फोटोग्राफरों और विशेषज्ञों ने बताया कि घघरा वेटलैंड जैव विविधता का एक अत्यंत समृद्ध केंद्र है। एक ही सैर में 100 से अधिक प्रवासी और स्थानीय पक्षी प्रजातियां दर्ज की गईं। उनमें छोटा गरुण, सारस, गडवाल, मार्श हैरियर, कॉटन पिग्मी गूस, मलार्ड, नॉर्दर्न पिनटेल, नॉर्दर्न शोवलर, बड़ा पनकौआ, ब्लू थ्रोट, सफेद एवं पीला खंजन, महान बगुला, कीच मुर्गी, लिटिल ग्रेब जैसी महत्वपूर्ण प्रजातियां शामिल रहीं।

कार्यक्रम के दौरान रामसनेहीघाट के एसडीएम अनुराग सिंह ने वेटलैंड संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां न केवल पर्यावरण जागरूकता बढ़ाती हैं बल्कि समुदाय को प्रकृति संरक्षण से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी बनती हैं। बाराबंकी के उप प्रभागीय वनाधिकारी अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि पिछले माह कमरावां वेटलैंड पर भी इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। भविष्य में जिले के अन्य वेटलैंड्स पर भी ऐसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे।
इस आयोजन की एक अनूठी विशेषता यह रही कि पूरा कार्यक्रम पूर्णतः प्लास्टिक-फ्री रखा गया। भोज भी पारंपरिक कुल्हड़ और दोना-पत्तल में परोसा गया। इससे स्थानीय पर्यावरणीय परंपराओं को सम्मान मिला। एसडीएम ने सभी सहभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा WLC की ओर से CEO सरिता ओझा ने सभी प्रतिभागियों को टी-शर्ट भेंट कर उनका उत्साह बढ़ाया।
कार्यक्रम की गरिमा तब और बढ़ गई जब उत्तर प्रदेश शासन के अनुभाग अधिकारी नवीन कुमार, रेंजर धर्मेंद्र कुमार, मोहित श्रीवास्तव, डिप्टी रेंजर मनोज कुमार यादव, वन दरोगा सचिन पटेल, ग्राम प्रधान शर्मीला सिंह आदि उपस्थित रहे। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर प्रखर कृष्ण, पंकज शुक्ला, उदय राज सिंह, अतुल सिंह चौहान, अजय सहता, संदीप सक्सेना, पंकज रत्ना, नवीन बनौधा के साथ गांव के प्रकृति-प्रेमी इस आयोजन का हिस्सा बने।






