स्पोर्ट्स डेस्क, 21 दिसंबर 2025:
सितंबर में खेले गए सीनियर एशिया कप के दौरान ट्रॉफी को लेकर बड़ा विवाद सामने आया था। उस समय भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया था। इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर लौट गए थे। अब एक बार फिर अंडर-19 एशिया कप फाइनल में उनकी मौजूदगी से चर्चाएं तेज हो गई हैं।
आज शुरू हो चुका है भारत-पाकिस्तान अंडर-19 एशिया कप फाइनल
भारत और पाकिस्तान के बीच एसीसी अंडर-19 एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला आज 21 दिसंबर को दुबई में खेला जा रहा है। भारत ने टॉस जीत लिया है और पाकिस्तान की टीम बल्लेबाजी कर रही है। दुबई के आईसीसी एकेडमी ग्राउंड में खेले जा रहे इस मुकाबले पर दोनों देशों के क्रिकेट प्रशंसकों की निगाहें टिकी हैं।

दूसरी बार एशिया कप फाइनल में आमना-सामना
यह इस साल भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा एशिया कप फाइनल है। इससे पहले सितंबर में सीनियर टीमों के बीच खिताबी मुकाबला हुआ था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन और एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी भी इस फाइनल मुकाबले में मौजूद है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकाबले के बाद होने वाले क्लोजिंग सेरेमनी में भी हिस्सा लेंगे। इसी दौरान विजेता टीम को ट्रॉफी दी जाएगी।
भारत जीता तो फिर खड़ा होगा विवाद?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर भारतीय टीम अंडर-19 एशिया कप भी जीत जाती है, तो क्या एक बार फिर ट्रॉफी को लेकर विवाद होगा। सीनियर एशिया कप के बाद मैदान पर हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था। भारतीय खिलाड़ियों ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था, जबकि नकवी भी अपनी बात पर अड़े रहे थे।
ट्रॉफी लेकर होटल लौट गए थे नकवी
विवाद बढ़ने के बाद मोहसिन नकवी ट्रॉफी लेकर अपने होटल चले गए थे। बाद में ट्रॉफी को एसीसी के ऑफिस में रख दिया गया, जो अब तक भारत नहीं भेजी गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मोहसिन नकवी को ईमेल भेजकर एशिया कप की ट्रॉफी भारत को सौंपने की मांग की थी। इसके बावजूद नकवी ने कोई लचीलापन नहीं दिखाया और ट्रॉफी देने से इनकार कर दिया।
आईसीसी तक पहुंचा था पूरा मामला
इसके बाद बीसीसीआई ने पूरा मामला इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के सामने रखा। आईसीसी ने दोनों पक्षों से आपसी सहमति से समाधान निकालने की सलाह दी थी। वहीं एसीसी ने नवंबर के पहले हफ्ते में दुबई में अलग से ट्रॉफी सेरेमनी कराने का सुझाव दिया था, जिसे बीसीसीआई ने ठुकरा दिया। बीसीसीआई का साफ कहना है कि ट्रॉफी को जल्द से जल्द भारत भेजा जाना चाहिए। ऐसे में अगर अंडर-19 फाइनल में भारत जीतता है, तो एक बार फिर ट्रॉफी विवाद खड़ा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।






