न्यूज डेस्क, 27 दिसंबर 2025:
यह साल तकनीक के लिहाज से टर्निंग प्वाइंट रहा और खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। इस साल की शुरुआत में जहां AI को एक स्मार्ट डिजिटल टूल के रूप में देखा जा रहा था, वहीं दिसंबर तक यह टेक्नोलॉजी इंटरनेट ट्रैफिक, नौकरी बाजार, नियम कानून और देशों की रणनीतिक ताकत को प्रभावित करने लगी। इसी वजह से दुनिया भर में AI को लेकर नियंत्रण, जिम्मेदारी और सुरक्षा पर गंभीर चर्चा शुरू हो गई। इस साल हुए बदलावों ने AI को आम लोगों की जिंदगी का हिस्सा बना दिया।
AI बना सोचने वाला असिस्टेंट
इस साल ऐसे AI मॉडल लॉन्च हुए, जिन्होंने तकनीक की परिभाषा ही बदल दी। अगस्त में OpenAI ने GPT-5 पेश किया, जिसे अब तक का सबसे ताकतवर मॉडल माना गया। इसमें बिल्ट इन थिंकिंग की सुविधा दी गई, जिससे यह जटिल सवालों पर बेहतर तरीके से सोच सकता है। वहीं मई महीने में एंथ्रोपिक ने Claude 4 लॉन्च किया, जो सोचने, कोडिंग करने और निर्देशों का पालन करने में पहले से कहीं ज्यादा सक्षम साबित हुआ। अब AI केवल जवाब देने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सॉफ्टवेयर के भीतर असिस्टेंट की तरह काम करने लगा।

सोशल मीडिया पर AI का दबदबा
इस साल AI आधारित इमेज और वीडियो टूल्स ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की। गूगल का नैनो बनाना टूल लॉन्च होते ही चर्चा में आ गया, जहां लोग प्रॉम्प्ट डालकर अपनी पसंद की तस्वीरें बनाने लगे। खास तौर पर साड़ी वाला ट्रेंड और विंटेज लुक काफी वायरल रहा। इसके अलावा गिबली स्टाइल इमेज का चलन भी देखने को मिला। हालिया ट्रेंड में AI के जरिए सेलिब्रिटी के साथ सेल्फी वीडियो बनाना शामिल रहा, जिसे लोगों ने जमकर अपनाया।
दुनिया में शुरू हुई रोबोट बनाने की दौड़
इस साल AI रोबोट्स का चलन तेजी से बढ़ा। जो कंपनियां पहले केवल गाड़ियां बनाती थीं, उन्होंने भी AI रोबोट विकसित करने शुरू कर दिए। एलन मस्क की कंपनी ने ऑप्टिमस रोबोट को दुनिया के सामने पेश किया। वहीं चीन में UBTECH और Unitree जैसी कंपनियां भी उन्नत AI रोबोट्स पर काम कर रही हैं। इतना ही नहीं, चीन ने वियतनाम सीमा पर AI रोबोट तैनात करने का फैसला लिया। CES 2026 में दुनिया भर के ताकतवर AI रोबोट्स की प्रदर्शनी भी प्रस्तावित है।
2025 में AI बन गया हर उद्योग की जरूरत
इस साल AI तकनीक ने मल्टीमॉडल स्तर पर बड़ी छलांग लगाई। नए मॉडल अब टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और ऑडियो को एक साथ संभालने लगे हैं, जिससे संवाद और कंटेंट बनाना पहले से कहीं आसान हो गया। जेनरेटिव AI ने क्रिएटिव काम, बिजनेस ऑटोमेशन और एज AI जैसे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभाई। 2025 में AI सिर्फ तकनीक नहीं रहा, बल्कि हर सेक्टर की जरूरत बन गया।






