
ग्वालियर,25 अक्टूबर 2024
21 अक्टूबर को इरफान नाम के युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, इरफान के पिता हसन खान ने अपने बेटे की हत्या के लिए सुपारी दी थी, क्योंकि वह इरफान की नशे और जुए की लत से परेशान थे।
जिले के पुरानी छावनी के रहने वाले इरफान खान की 21 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ के दौरान एक क्लू पाया, जिससे उन्होंने इरफान के पिता हसन खान तक पहुंच बनाई। हसन से पूछताछ करने पर उसने चौंकाने वाला खुलासा किया।
हसन खान ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा इरफान एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर था, जो जुआ, स्मैक और मारिजुआना का आदी था। उसकी विनाशकारी आदतों के कारण परिवार के रिश्ते बिगड़ गए थे, जिससे अक्सर झगड़े होते थे। अपने बेटे की लत और उसके जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव से निराश होकर हसन ने इरफान को खत्म करने की योजना बनाई।
सिर और सीने में चलाई थी गोलियां
हसन ने 50,000 रुपए की फीस पर अर्जुन उर्फ शराफत खान और भीम सिंह परिहार नामक दो भाड़े के हत्यारों को काम पर रखा। 21 अक्टूबर को हसन ने इरफान को बहला-फुसलाकर बदनपुरा-अकबरपुर पहाड़ी के पास एक सुनसान जगह पर ले गया। वहां कॉन्ट्रैक्ट किलर ने उस पर घात लगाकर हमला किया और उसके सिर और सीने में कई राउंड गोलियां चलाईं।
पिता ने कबूल कर लिया आरोप
हत्या के बाद ग्वालियर पुलिस ने गहन जांच शुरू की। कई संदिग्धों से पूछताछ करने और सबूतों को जोड़ने के बाद, वे हसन खान पर पहुंचे। उसके संदिग्ध व्यवहार और असंगत बयानों ने खतरे की घंटी बजा दी। आगे की पूछताछ में हसन ने अपराध में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर को किराए पर लेने और घात लगाने की बात स्वीकार की। पुलिस ने अब अर्जुन उर्फ शराफत खान और भीम सिंह परिहार की तलाश शुरू कर दी है, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे फरार हैं।