आगरा, 22 सितंबर 2024:
मयंक चावला,
आगरा एडीएम (नागरिक आपूर्ति) सुशीला अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया गया है। उन पर राशन माफिया से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगे हैं। शासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें राजस्व परिषद से अटैच कर दिया है। यह आदेश विशेष सचिव विजय कुमार द्वारा जारी किया गया।
सुशीला अग्रवाल, जो कि पीसीएस अधिकारी हैं, 2022 से आगरा में तैनात थीं। उन्हें पहले आगरा विकास प्राधिकरण में संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था, जिसके बाद उनका तबादला एडीएम (नागरिक आपूर्ति) के पद पर हुआ था। उनके पति भी पीसीएस अधिकारी हैं।
यह कार्रवाई उस समय शुरू हुई जब तत्कालीन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी के आदेश पर जिला आपूर्ति अधिकारी संजीव सिंह ने पुलिस टीम के साथ अछनेरा के एक गोदाम पर छापा मारा। छापेमारी में 280 कुंतल राशन का चावल और एफसीआई गोदाम की सरकारी मोहर लगी 62 बोरियां बरामद हुईं। यह गोदाम राशन माफिया सुमित अग्रवाल का था, जिस पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, सुमित अग्रवाल, एडीएम सुशीला अग्रवाल के पति की रिश्तेदारी में आता है, और इस संबंध का फायदा उठाकर उसने पिछले दो वर्षों में जिले का सबसे बड़ा राशन माफिया बनने का प्रयास किया। इन आरोपों के बाद डीएम गोस्वामी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसके बाद शासन ने सुशीला अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया।
यह कार्रवाई शासन की भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त नीति का हिस्सा है।