
नोएडा,17 मार्च 2025
ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए वर्ष 2014 में शुरू हुई मंझावली पुल परियोजना में 11 साल बाद बड़ी प्रगति हुई है। पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन ग्रेटर नोएडा की ओर इसे मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए एक किलोमीटर लंबी कनेक्टिंग रोड का निर्माण अटका हुआ था। इस देरी की मुख्य वजह जमीन अधिग्रहण को लेकर चल रहा विवाद था। अब जिला प्रशासन ने इस मामले में आगे बढ़ते हुए किसानों से जमीन लेने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी कर दिया है और 22 मार्च तक आपत्तियां मांगी गई हैं। यदि इस अवधि तक कोई आपत्ति नहीं आती है, तो जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी जाएगी और अप्रैल तक इसे संबंधित विभाग को सौंपने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशासन को इस सड़क के लिए 6.5 हेक्टेयर भूमि की जरूरत थी, लेकिन किसानों के साथ सहमति न बनने के कारण यह मामला लटका हुआ था। जनवरी में इस मुद्दे पर सहमति बनने के बाद, 12 मार्च को जिला प्रशासन ने इसका नोटिफिकेशन जारी किया, जिससे अब परियोजना के जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
मंझावली पुल 630 मीटर लंबा और चार लेन का पुल है, जिसे यमुना नदी पर बनाया गया है। यह पुल तो पहले ही बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन ग्रेटर नोएडा की ओर से कनेक्टिंग रोड के अभाव में उपयोग में नहीं आ पा रहा था। अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही इस सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इस पुल के शुरू होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वर्तमान में जहां फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है, वहीं मंझावली पुल के जरिए यह सफर महज 20 से 25 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इससे न केवल यातायात में सुगमता आएगी, बल्कि दोनों शहरों के बीच व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। अभी जो लोग ट्रैफिक जाम में फंसकर लंबा सफर तय करने को मजबूर हैं, उनके लिए यह पुल एक बड़ी राहत लेकर आएगा।






