आगरा, 3 सितंबर
झीलों के शहर उदयपुर और ताजनगरी आगरा को जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ सोमवार को किया गया। जिसका शुभारंभ बड़ा धमाकेदार हुआ।
उदयपुर-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के साथ ही पहले दिन एक हादसे होने से बचा तो और इस ट्रेन के लोको पायलटों के बीच भी जमकर बवाल हुआ।
एक तरफ आगरा को तीसरी वंदे भारत का तोहफा मिला तो वहीं दूसरी तरफ ट्रेन की रवानगी के साथ एक यात्री हादसे का शिकार हो गया।हालंकि यात्री जल्दबाजी के चलते गंभीर हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचा। दरअसल ट्रेन छूटने के बाद यात्री अपना सामान लेकर उसके पीछे दौड़ने लगा और ट्रेन पकड़ने की कोशिश में गिर पड़ा। इस दौरान उसके पैर ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में आ गए जिससे वह घसीटा गया। इस स्थिति को देखकर क्रू स्टाफ ने तुरंत ट्रेन के ब्रेक लगा दिए, जिससे यात्री की जान बच गई।अगर ट्रेन वक्त पर ना रूकती तो आगरा कैंट से उदयपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ पर ही हादसा हो जाता।वहां मौजूद लोगों ने इस कृत्य को युवक की बेवकूफी बताया।
वहीं दूसरी तरफ नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के कर्मचारियों ने हंगामा किया।उनका आरोप था कि कोटा मंडल के कर्मचारियों ने आगरा मंडल के लोको पायलटों को ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया और अपने ही पायलटों को ट्रेन में लेकर आए। इसके अलावा, उन्होंने ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट भी नहीं कराया, जो ट्रेन में चढ़ने से पहले अनिवार्य होता है।बवाल बढ़ता देख मौके पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने मामला शांत कराया।
बहरहाल कई विवादों के साथ देश के दो पर्यटन स्थल उदयपुर और आगरा को जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ किया गया जो निर्धारित समय पर अपने गंतव्य पर पहुंची।