आदित्य मिश्र
अमेठी (उप्र), 10 जनवरी 2025
जिलाधिकारी निशा अनंत की पहल और चाइल्ड हेल्पलाइन की त्वरित कार्रवाई से आज दो नाबालिग़ बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा सुनिश्चित हुई।
कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनता दर्शन के दौरान 10 वर्षीय आनंद तिवारी और 11 वर्षीय आमोद तिवारी अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी के सामने पहुंचे थे। बच्चों की स्थिति देखते हुए जिलाधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्या और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए स्पॉन्सरशिप योजना के तहत आवेदन करवाया। इस योजना के तहत, दोनों बच्चों को हर महीने 4000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित न हो।
चाइल्ड हेल्पलाइन कोऑर्डिनेटर गौरव श्रीवास्तव, सुपरवाइजर रोशन, और रुचि सिंह की टीम ने बच्चों को उनके घर पहुंचाया। वहां यह पाया गया कि बच्चों के माता-पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
पड़ोस में विवाद की स्थिति
जांच में यह भी सामने आया कि पड़ोसी राजेंद्र ओझा ने बच्चों के घर की बांस-बल्ली खोलकर फेंक दी थी जिससे विवाद उत्पन्न हुआ। इस मामले की सूचना टीकरमाफी पुलिस चौकी को दी गई। पुलिस हस्तक्षेप के बाद राजेंद्र ओझा ने विवाद समाप्त करने और पक्की दीवार बनाने का आश्वासन दिया।
प्रशासन की इस तत्परता ने बच्चों के भविष्य के प्रति एक सकारात्मक संदेश दिया है।