
आदित्य मिश्र
अमेठी,26 मई 2025:
यूपी के अमेठी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद स्मृति ईरानी के दौरे से ठीक पहले जिले की सियासत में गरमाहट आ गई है। सोमवार सुबह यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शुभम सिंह को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। शुभम सिंह ने आरोप लगाया कि वे जगदीशपुर क्षेत्र के कौशल परिवार के यहां शोक संवेदना प्रकट करने जा रहे थे, जहां हाल ही में तीन लोगों की नदी में डूबने से मृत्यु हो गई थी, लेकिन प्रशासन ने उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया।
उनके आवास के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती कर माहौल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। इस पर नाराज शुभम सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “मोदी-योगी सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास हो रहा है। यह तानाशाही का प्रतीक है और अमेठी की जनता सब देख रही है, आने वाले चुनाव में जवाब देगी।”
स्मृति ईरानी का एक साल बाद अमेठी आगमन
इधर, अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी चुनाव हारने के एक साल बाद सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी आ रही हैं। वे गौरीगंज के रणंजय इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित अहिल्याबाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी संगोष्ठी में शिरकत करेंगी और मौके पर एक जनसभा को भी संबोधित करेंगी।
इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु शुक्ला के नेतृत्व में कार्यक्रम स्थल पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
स्मृति ईरानी के इस दौरे को केवल एक कार्यक्रम तक सीमित न मानते हुए इसे आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है। उनके इस दौरे से अमेठी के भाजपा कार्यकर्ताओं में फिर से ऊर्जा भरने की उम्मीद जताई जा रही है।
एक ओर जहां भाजपा इस दौरे को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख रही है, वहीं विपक्ष इसे लोकतंत्र की आवाज दबाने का उदाहरण बता रहा है। अमेठी की राजनीति एक बार फिर गर्म हो चली है।






