
जम्मू, 30 मई 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के राजभवन में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दो दिवसीय दौरे के दौरान हुई बैठक में आतंकवाद विरोधी अभियानों और सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ रोकने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया। गृहमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात, बीएसएफ और सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को पूर्ण सतर्कता बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से हुई घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने का आह्वान किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा स्थिति का जायजा लेते हुए अमित शाह ने सीमावर्ती इलाकों में आतंकवादी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा।
गृह मंत्री ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
इस बैठक का उद्देश्य अमरनाथ यात्रा को बिना किसी जोखिम के सुरक्षित बनाना और जम्मू-कश्मीर में स्थिरता बनाए रखना है। केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है और इसके तहत सुरक्षा बलों को पूरी आज़ादी दी गई है ताकि वे आतंकवादी गतिविधियों को रोक सकें।
अमित शाह के इस दौरे से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था और भी सुदृढ़ होने की उम्मीद जताई जा रही है।