
आदित्य मिश्र
अमेठी, 19 सितम्बर 2025 :
यूपी के अमेठी जिले में पितृ पक्ष के दौरान लावारिस शवों के लिए तर्पण और पिंडदान का आयोजन किया गया। आचार्यों ने मालती नदी के रामघाट पर एकत्र होकर मंत्रोच्चार के बीच लावारिस शवों के लिए उनकी आत्माओं को मोक्ष प्रदान करने की प्रार्थना की। आचार्यों ने इस परंपरा को हर साल निभाए जाने की घोषणा की है।
बता दें कि हर साल रेलवे ट्रैक, सड़कों, नदी-नालों व तालाबों से दर्जनों लावारिस शव बरामद होते हैं। इनकी शिनाख्त न होने पर पुलिस इनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करा देती है। परिवार का पता न होने से इनकी मौत के बाद अन्य संस्कार नहीं हो पाते हैं। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए पितृ पक्ष में इनके मोक्ष की कामना के लिए श्राद्ध, पिंडदान व तर्पण का निर्णय लिया गया। आचार्य त्रिवेणी प्रसाद मिश्र की अगुवाई में पंडित मानस ओझा ने विधि-विधान से सामूहिक पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कराया।
मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने जल अर्पित कर लावारिस शवों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। आचार्य त्रिवेणी प्रसाद मिश्र ने बताया कि यह आयोजन जिले में पहली बार हुआ है और अब हर साल पितृपक्ष में इसे जारी रखा जाएगा, ताकि लावारिस शवों को भी श्राद्ध का पुण्य मिल सके। रामघाट विकास सेवा समिति के अध्यक्ष अनुपम मिश्र ने भी इस पहल को सराहा। इस मौके पर करूणेश चंद्र मिश्र, आशुतोष मिश्र, संजय सिंह, जगदंबा मिश्र, पुलक मिश्र, रविंद, मुन्ना तिवारी, रिषभ आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।






