
लखनऊ, 1 मई 2025:
सपा सासंद रामजीलाल सुमन पर पिछले दिनों हुए हमले के विरोध में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को प्रदेशभर में सड़क पर उतरे। यूपी की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित डीएम कार्यालय (कलेक्ट्रेट) में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई।

सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि दलित सांसद रामलाल सुमन पर लगातार हमले हो रहे हैं। इससे यह लगता है कि भाजपा दलित विरोधी मानसिकता रखती है। उन्होंने आरोप लगाया कि करणी सेना के लोग बार-बार सांसद रामजीलाल सुमन पर हमला कर रहे हैं, जैसे प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार में दलितों को निशाना बनाया जा रहा है। उनकी सुरक्षा खतरे में है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जान से मारने की धमकी मिलना कानून व्यवस्था की गंभीर विफलता है। उन्होंने मांग की कि करणी सेना पर तत्काल कार्रवाई हो और सरकार दलितों पर हो रहे अत्याचारों का जवाब दे।
सपा नेताओं ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर हमारे लिए सर्वोपरि हैं। हम संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं। जातीय जनगणना की मांग लंबे समय से की जा रही थी और उसका आरंभ विपक्ष और PDA की जीत है। प्रदर्शन में सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा, जूही सिंह, राजपाल कश्यप, पवन मनोचा, महिला मोर्चा की मुन्नी देवी समेत कई अन्य नेता और तमाम कार्यकर्ता शामिल हुए।






