नोएडा,23 अक्टूबर 2024
ईडी ने रिटायर IAS अधिकारी मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ आवास और शारदा एक्सपोर्ट कंपनी पर छापेमारी की। सात करोड़ रुपये के हीरे और अरबों की संपत्ति का पता चला। मोहिंदर ने नोएडा व लखनऊ में स्मारक निर्माण में शामिल आठ भ्रष्ट अधिकारियों और बसपा सरकार के कई मंत्रियों के नाम उजागर किए। वे नोएडा-ग्रेनो प्राधिकरण के पूर्व CEO और चेयरमैन रह चुके हैं।
स्मारकों के निर्माण में अरबों का घोटाला: 2007-2011 के बीच उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार के दौरान लखनऊ और नोएडा में बनाए गए स्मारक और पार्कों में सैंड स्टोन की खरीद-फरोख्त में अरबों रुपये का घोटाला हुआ। इसमें आंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, कांशीराम स्मारक स्थल, गौतम बुद्ध उपवन, ईको गार्डन और राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल शामिल हैं। इसके लिए 42,76,83,43,000 रुपये का बजट आवंटित किया गया, जिसमें 41,48,54,80,000 रुपये खर्च किए गए।
1400 करोड़ का घोटाला
लोकायुक्त की जांच में 1400 करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया है। जांच के अनुसार, नोएडा में स्मारक निर्माण के लिए केवल 84 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए थे, जबकि वास्तविक खर्च करीब 1000 करोड़ रुपये था। विजिलेंस टीम ने 1 जनवरी 2014 को पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, नसीमुद्दीन सिद्दकी, सीपी सिंह, निर्माण निगम, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और अन्य स्टेकहोल्डर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।