नयी दिल्ली, 2 अक्टूबर 2024
रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कोलकाता में ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड का दौरा किया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कलकत्ता में ब्रेथवेट कंपनी के कर्मचारियों के साथ पेड़ लगाएं और स्वच्छता अभियान में लिया हिस्सा
ब्रैथवेट एंड कंपनी लिमिटेड भारतीय रेल मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम है जिसे 11 जनवरी 2022 को “मिनीरत्न-I” का दर्जा प्रदान किया गया। ब्रैथवेट भारतीय रेल और अन्य उद्योगों के लिए नवाचार और इंजीनियरिंग में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
यह कंपनी निरंतर लाभ अर्जित कर रही है और 2023-24 में इसका अब तक का सबसे अधिक राजस्व 1,103 करोड़ रुपये रहा। 2024-25 के लिए, सितंबर 2024 तक कंपनी 588 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर चुकी है।
कंपनी की स्थापना 1913 में ब्रैथवेट एंड कंपनी इंजीनियर्स लिमिटेड (यू.के.) की भारतीय सहायक इकाई के रूप में की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य संरचनात्मक इस्पात कार्यों का निर्माण था। 1934 में कोलकाता स्थित क्लाइव वर्क्स में भारतीय रेल के लिए वैगनों का निर्माण शुरू हुआ। कंपनी को 28 फरवरी 1930 को भारत में ब्रैथवेट एंड कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के रूप में निगमित किया गया। 1960 में, कंपनी ने हुगली जिले के भद्रेश्वर में एंगस वर्क्स की स्थापना की, जहाँ क्रेन, फाउंड्री उत्पाद और मशीनरी घटकों का निर्माण किया जाता है। 1976 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया और यह भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी बन गई। 6 अगस्त 2010 से इसका प्रशासनिक नियंत्रण भारतीय रेल मंत्रालय ने संभाल लिया।
कंपनी की तीन प्रमुख इकाइयाँ क्लाइव वर्क्स (कोलकाता), विक्टोरिया वर्क्स (कोलकाता) एवं एंगस वर्क्स (हुगली) हैं।
ब्रैथवेट एंड कंपनी के मुख्य कार्यक्षेत्रों मे वैगन निर्माण और भारतीय रेल के लिए नयी पीढ़ी के डिज़ाइन वैगनों के विकास हेतु ‘प्रोटोटाइप हब’ के रूप में कार्य करना, वैगनों का पीओएच/आरओएच और कार्यशालाओं का संचालन और रखरखाव, वैगनों, कैम्पिंग कोचों और एनएमजी कोचों की मरम्मत और पुनर्वास, फाउंड्री उत्पाद, क्रेन निर्माण, और कंटेनर निर्माण,नवीकरणीय ऊर्जा में योगदान, वेल्डिंग के लिए उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से कौशल विकास प्रशिक्षण देना शामिल है।