NationalUttrakhand

हिमस्खलन: 47 मजदूर निकाले गए, सीएम रात में पहुंचे कंट्रोल रूम,पीएम से हुई बात, किया हवाई सर्वेक्षण

देहरादून, 1 मार्च 2025:

उत्तराखंड राज्य के चमोली में शुक्रवार को हुए हिमस्खलन के बाद न टीमें एक पल के लिए रुकीं हैं न सीएम धामी चैन से बैठे। बचाव कार्यों पर पैनी नजर अफसरों के साथ बैठक और कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग के साथ वो लगातार केंद्र सरकार से सम्पर्क में है। देर रात तक बर्फ में फंसे 47 लोगों को बाहर निकाल लिया गया। सीएम की सुबह पीएम से भी बात हुई। उन्होंने पीएम को बचाव कार्यों की जानकारी दी तो पीएम ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम धामी ने हवाई सर्वेक्षण कर चमोली के हालातों का जायजा लिया।

हिमस्खलन में फंस गए थे रास्ते से बर्फ हटाने वाले 57 मजदूर, सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण

उत्तराखंड राज्य के कई जिलों को खराब मौसम का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को इसी दौरान चमोली में माणा कैम्प के पास हिमस्खलन की घटना हो गई थी। इसमें वहां बर्फ हटाने का काम करने वाले 57 मजदूर फंस गए थे। कुछ लोग हादसे से थोड़ी देर पहले ही बाहर निकले थे। इन्हीं लोगों से मिली जानकारी के बाद कंटेनर में मौजूद फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य शुरू हुआ। सरकर ने बचाव कार्य मे पूरी ताकत झोंक दी। सीएम धामी ने शनिवार की सुबह हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया और अफसरों को निर्देश दिए।

हादसे के बाद बिना रुके जारी है बचाव कार्य

इसका असर ये हुआ कि रात तक बिना हेलीकॉप्टर की मदद के खराब मौसम के बीच ही 32 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। सुबह होते होते सुरक्षित निकाले गए मजदूरों की संख्या 47 हो गई। बाकी फंसे दस मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य चल रहा है। इस बीच सीएम धामी रात में भी आपदा प्रबंधन केंद्र में डटे रहे और पल पल की जानकारी लेते रहे। सुबह उन्होंने एक बार फिर फीडबैक लिया और निकाले गए मजदूरों को एयर लिफ्ट कर हायर सेंटर भेजने को कहा। सुबह पीएम से भी उनकी फोन पर बात हुई पीएम ने केंद्र से हर संभव मदद दिए जाने का भरोसा दिलाया।

एयरलिफ्ट कर तीन मजदूर सेना के अस्पताल भेजे गए, जोशीमठ में बना अस्थाई कंट्रोल रूम

इधर शुक्रवार से चल रहे बचाव व राहत कार्य के दौरान 47 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। इसमें तीन को गम्भीर हालत में होने के कारण ज्योतिर्मठ स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएम ने बताया कि बचे हुए मजदूरों को भी जल्द बाहर निकाल लिया जाएगा। इसके साथ ही जोशीमठ में अस्थाई आपदा कंट्रोल रूम की स्थापना का निर्णय लिया गया है ताकि राहत कार्यों का प्रभावी संचालन हो सके। माणा स्थित हेलीपैड को प्राथमिकता से खोलने के निर्देश दिए गए हैं जिससे बचाव कार्यों में और तेजी लाई जा सके। जोशीमठ स्थित आर्मी अस्पताल, जिला अस्पताल, एम्स ऋषिकेश में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button