महाकुंभ नगर 10 जनवरी 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद नहीं बोलना चाहिये क्योंकि यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि हम जिस दिन मस्जिद बोलना बंद कर देंगे तो उस दिन लोग जाना भी बंद कर देंगे। यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ भी है कि किसी की भी आस्था को ठेस पहुंचाकर, वहां मस्जिद नुमा ढांचा खड़ा कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ऐरावत घाट पर एक निजी चैनल के कार्यक्रम में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान पर किसी भी प्रकार की होने वाली इबादत खुदा को भी मंजूर नहीं होती है। जब खुदा को मंजूर नहीं होती है तो बेकार में वहां क्यों इबादत की जाए। हमें किसी भी ढांचे को मस्जिद बोलने की जिद नहीं करनी चाहिये। यह समय एक नये भारत के बारे में सोचना के साथ आगे बढ़ने का है। हमे इस ओर ध्यान देना चाहिये।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक वर्ष पहले अयोध्या में 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करके रामलला का विराजमान होना और 144 वर्षों बाद इस तरह के मुहूर्त में महाकुंभ का होना, ये ईश्वर की कृपा है। सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ में पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों के साथ दक्षिण भारत के राज्यों से संतों का आगमन नहीं हो पाता था। वहीं इस बार महाकुंभ में हर जगह से संतों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज की इस धरती पर हजारों वर्ष से कुंभ का आयोजन होता आ रहा है। इसके बाद भी उसको कोई वक्फ बोर्ड की ज़मीन बोल दे तो बस यही कहना है कि ये वक्फ बोर्ड है या भूमाफियाओं का बोर्ड है। इस तरह की दुष्प्रवृत्ति पर रोक लगनी ही चाहिए और हम रोक लगाएंगे।