अयोध्या, 4 दिसंबर 2025:
सूर्यवंश की प्राचीन राजधानी एवं रामनगरी अयोध्या तेजी से ‘सौर ऊर्जा सिटी’ के रूप में विकसित हो रही है। अयोध्या मंडल में सौर ऊर्जा को लेकर लोगों में उत्साह लगातार बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में लोग सौर ऊर्जा कनेक्शन ले रहे हैं। इस वर्ष अब तक 33,269 से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया है। इसमें से 16,000 से अधिक उपभोक्ताओं को कनेक्शन भी मिल चुका है। सबसे खास बात यह है कि पंजीकरण और कनेक्शन के मामलों में बाराबंकी पहले स्थान पर और दूसरा स्थान अयोध्या का है।
बढ़ती बिजली मांग को देखते हुए केंद्र सरकार की ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ लोगों के लिए बड़ा सहारा बन रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या को ‘सोलर सिटी’ बनाने की घोषणा के बाद यूपी नेडा ने शहर में 40 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया है। इसके साथ ही घर-घर सोलर सिस्टम लगाने के लिए ‘सोलर सखी’ अभियान के जरिए डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान चल रहा है।
अयोध्या व मंडल के जिलों में अब तक हुए पंजीकरण
बाराबंकी : 10,445
अम्बेडकरनगर : 5,575
अयोध्या : 7,808
सुल्तानपुर : 4,360
अमेठी: 5,081
अब तक स्थापित सोलर कनेक्शन
बाराबंकी : 6,425
अयोध्या : 3,475
सुल्तानपुर : 1,893
अम्बेडकरनगर : 2,363
अमेठी : 2,057
रूफटॉप सोलर लगाने के लिए प्रति किलोवॉट करीब 10 वर्गमीटर छाया-रहित छत की आवश्यकता होती है। एक किलोवॉट सिस्टम रोजाना औसतन 4-5 यूनिट बिजली पैदा करता है। उपयोग के बाद बची बिजली ग्रिड में भेज दी जाती है। नेट-मीटरिंग के जरिए बिल में समायोजन होता है। आमतौर पर 3-4 साल में उपभोक्ता अपनी लागत की भरपाई कर लेते हैं।
सरकार की ओर से विभिन्न क्षमताओं पर अनुदान
1 किलोवॉट : कुल 45,000 रुपये
2 किलोवॉट : कुल 90,000 रुपये
3 किलोवॉट : कुल 1,08,000 रुपये
सोलर सिस्टम की अनुमानित लागत प्रति किलोवॉट 60,000-65,000 रुपए के बीच है। संयंत्र लगने के बाद अनुदान सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में भेजा जाता है। योजना का लाभ पाने के लिए उपभोक्ता pmsuryaghar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है। बैंक लोन की सुविधा भी पोर्टल पर उपलब्ध बैंकों के माध्यम से मिल सकती है।





