अयोध्या, 23 सितंबर:
अयोध्या स्थित कोका कोला फैक्ट्री, अमृत बोटलर्स प्राइवेट लिमिटेड, से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें फैक्ट्री के सुरक्षा अधिकारी कर्मचारियों के हाथों से धार्मिक प्रतीक “कलावा” (रक्षासूत्र) को जबरन हटाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि कर्मचारियों को कलावा काटने के बाद ही फैक्ट्री में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
इस घटना के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश फैल गया है। धार्मिक प्रतीक के साथ किए गए इस व्यवहार को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन माना जा रहा है। वीडियो में बड़ी संख्या में कर्मचारियों से कलावा हटाने की प्रक्रिया दिखाई गई है, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
फैक्ट्री के सुरक्षा अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों को तब तक अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जब तक कि वे अपने हाथों से कलावा न हटा लें। इस घटना पर सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, और लोगों द्वारा इस कदम की कड़ी निंदा की जा रही है। हालांकि, अभी तक फैक्ट्री प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन जांच में जुट गया है।
सुरक्षा कारणों से कलावा हटाने का निर्देश
फैक्ट्री के वरिष्ठ अधिकारी अर्जुन दास ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फैक्ट्री में पेय जल उत्पादन के स्थान पर किसी भी प्रकार की बाहरी वस्त्र या धागे को ले जाना मना है। उन्होंने बताया, “अगर किसी भी धागे का टुकड़ा पेय जल में गिर जाता है तो इससे उत्पाद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है, जिससे कंपनी की छवि खराब होगी। यही कारण है कि सुरक्षा जांच के दौरान सभी तरह की सावधानियां बरती जाती हैं।” अर्जुन दास ने यह भी स्पष्ट किया कि “कलावा सनातन धर्म की आस्था का प्रतीक है और हम भी इसका सम्मान करते हैं।” उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को जानबूझकर तूल देने के लिए वीडियो को वायरल किया गया है।