
वाराणसी,30 मार्च 2025
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बैट्री विकसित की है, जो एक बार चार्ज होने पर 1300 किलोमीटर तक सफर तय कर सकेगी। यह बैट्री सोडियम आयन और लीथियम बैटरियों की तुलना में 35% कम लागत वाली होगी। भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र कुमार के अनुसार, ऊर्जा मंत्रालय के सेंट्रल पावर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपीआरआई) के साथ हुए शोध अनुबंध के तहत सोडियम सल्फर बैट्री को सोडियम आयन बैट्री के बेहतर विकल्प के रूप में तैयार किया गया है। फिलहाल, इसका मॉडल बीएचयू के भौतिकी विभाग की लैब में बनाया गया है और लैब ट्रायल सफल रहा है। सीपीआरआई को तकनीक हस्तांतरित होने के बाद बैट्री का उत्पादन शुरू हो सकेगा।
नई बैट्री को इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शोध के रूप में देखा जा रहा है। आमतौर पर बैट्री के डिस्चार्ज होने की टेंशन और चार्जिंग सुविधाओं की कमी के कारण लंबी यात्राओं में ईवी को कम प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन इस बैट्री की सफलता ईवी क्षेत्र को पूरी तरह बदल सकती है। प्रो. राजेंद्र कुमार ने बताया कि नई सोडियम सल्फर बैट्री औद्योगिक कचरे में मिलने वाले सल्फर से तैयार की गई है। इसकी डिस्चार्ज क्षमता 1300 से 1400 मिली एम्पियर और ऊर्जा घनत्व 1274 वॉट प्रति किलोग्राम है। तुलना करें तो सोडियम आयन बैट्री की डिस्चार्ज क्षमता 170 से 175 एम्पियर और ऊर्जा घनत्व 150 से 180 वॉट प्रति किलोग्राम होता है, जिससे उसकी रेंज कम हो जाती है।
वर्तमान में चार पहिया वाहनों में उपयोग होने वाली सोडियम आयन बैट्री का बड़ा पैक एक बार चार्ज करने पर केवल 250 से 300 किलोमीटर की रेंज देता है। वहीं, सोडियम सल्फर बैट्री की अधिक डिस्चार्ज क्षमता और ऊर्जा घनत्व के कारण यह 1200 से 1300 किलोमीटर तक की रेंज प्रदान कर सकती है। खास बात यह है कि यह बैट्री कम तापमान में भी प्रभावी रूप से काम करने में सक्षम होगी, जिससे यह मौजूदा बैटरियों की तुलना में अधिक किफायती और उपयोगी साबित हो सकती है।






