
पटना, 4 सितंबर 2025:
बिहार के दरभंगा में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दिए जाने के मुद्दे पर बिहार की सियासत गरमा गई है। इसके विरोध में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने गुरुवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर देखा गया।
बिहार बंद के दौरान भाजपा, जेडीयू और सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर जगह-जगह प्रदर्शन किया और लगा लगाया। राजधानी पटना के डाकबंगला चौक और आयकर गोलंबर पर सुबह से ही एनडीए कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए, जिससे दफ्तर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बंद का असर पूरे बिहार में दिखाई दिया। सीवान में टेम्पो सेवाएं बंद रहीं। बाजार पूरी तरह ठप रहे। कटिहार में पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के नेतृत्व में बंद सफल कराया गया, जहां जाम से लंबी वाहन कतारें लगीं। औरंगाबाद, टंडवा, गोपालगंज, भागलपुर और लखीसराय में बाजार और परिवहन सेवा पर असर दिखा।
हाजीपुर में महिलाएं भी सड़क पर उतरीं। अररिया में बंद का मिला-जुला असर रहा जबकि पूर्णिया में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दुकानों को बंद कराया। यह बंद पांच घंटे का था और एनडीए ने इसे कांग्रेस नेता के बयान के खिलाफ ‘जन आक्रोश’ करार दिया है।






