कासगंज, 6 सितंबर 2024
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में दो सितंबर से लापता महिला वकील का शव मिला है।
महिला वकील मोहिनी तोमर का शव 5 सितंबर की सुबह जब मिला तो पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। जिससे पुलिस को शक है कि मोहिनी के साथ पहले रेप की वारदात को अंजाम दिया गया फिर उसे तड़पकर मरने के लिए नहर में फेंक दिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 40 वर्षीय महिला वकील सोमवार की दोपहर कोर्ट से किसी से मिलने के लिए निकली थीं लेकिन वापस नहीं लौटी। जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। वहीं जब नहर के पास लोगों ने आज सुबह शव देखा तो तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।
घटना की सूचना मिलते पही कासगंज एसपी अपर्णा रजत कौशिक भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचीं और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। जिसकी पहचान वकील मोहिनी के रूप में हुई।
खबरों के मुताबिक, दीवानी से महिला अधिवक्ता के लापता होने की सूचना दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। जब अधिवक्ताओं ने हड़ताल का एलान किया तब एएसपी ने पहुंचकर यह कहते हुए हाथ खड़े कर दिए कि मोबाइल कंपनी का सर्वर खराब है। हम प्रयास कर रहे हैं। इसके कुछ घंटे बाद सहावर क्षेत्र में नहर में महिला अधिवक्ता का शव बरामद हो गया।
हत्या की जानकारी मिलने के बाद अधिवक्ताओं का आक्रोश बढ़ गया है। जिला बार एसोसिएशन ने आंदोलन की रणनीति बनाने का एलान किया है।
अधिवक्ता के पति बीएस तोमर ने बताया कि एक माह पूर्व सोरों के मोहल्ला टेढ़ा नीम निवासी शिवशंकर के साथ कोर्ट परिसर में अधिवक्ता हैदर ने अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट कर दी थी। शिवशंकर की तहरीर पर अधिवक्ता हैदर व अन्य के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया। अधिवक्ता हैदर को पुलिस ने जेल भेजा और बाद में जमानत भी मिल गई। मोहिनी अधिवक्ता के खिलाफ शिवशंकर का केस लड़ रही थीं। अधिवक्ता के पति ने एटा के गांव पिवारी में जमीन का विवाद भी बताया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।