
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर,3 जुलाई 2025:
पंजाब विजिलेंस विभाग ने 540 करोड़ रुपये के ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को अमृतसर से गिरफ्तार किया था। बुधवार को गिरफ्तारी के बाद मजीठिया को सात दिन की रिमांड पर भेजा गया था। बुधवार को उन्हें मोहाली कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उनकी विजिलेंस रिमांड चार दिन और बढ़ा दी। विजिलेंस ने कोर्ट में बताया कि उन्हें मजीठिया की अवैध संपत्तियों से जुड़े कई अहम सबूत मिले हैं, जिनकी पूछताछ के लिए रिमांड जरूरी है।
इस सियासी हलचल की आंच अब पंजाब से निकलकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक पहुंच गई है। गोरखपुर के सरदार नगर स्थित सरैया चीनी मिल और डिस्टिलरी फैक्ट्री से मजीठिया के कथित संबंधों की जांच के लिए पंजाब विजिलेंस टीम यहां दस्तावेज खंगालने पहुंची। इस दौरान चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र और बिहार की पश्चिमी सीमा के किसानों ने भी मजीठिया पर गन्ना भुगतान में अरबों रुपये हड़पने का आरोप लगाया। किसानों का कहना है कि वे वर्षों से भुगतान का इंतजार कर रहे हैं और अब जब मामला मोहाली कोर्ट में है, तो उन्हें भी न्याय की उम्मीद है।
वहीं, अंब साहिब गुरुद्वारे में अकाली समर्थकों की बैठक भी सियासी चर्चा का विषय बनी रही। बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी से पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है और अब यह मामला बहु-राज्यीय जांच का रूप लेता दिख रहा है।






