
प्रयागराज, 10 नवंबर 2024:
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी)
द्वारा तहसील स्तर पर आयोजित पांच दिवसीय बिरहा उत्सव के चौथे दिन शनिवार को सोरांव में बिरहा कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर लोक कलाकारों ने वीर रस में बिरहा गायन की प्रस्तुति देकर श्रोताओं से खूब तालियां बटोरी। बाबू लाल भंवरा एवं दल ने अपनी गायकी के अंदाज में भक्ति रस में बिरहा प्रस्तुत किया।
उनके द्वारा गाये गए
“धनुष का खंडन किए श्रीराम, खबर जा पहुंची अवधपुर धाम, समाचार सब लोगन पाई, घर-घर लागी होन बधाई ” ने समा बांध दिया।
इसके बाद इन्होंने दूसरा गीत पेश किया – “बारहौ बजनवा बाजई लागे, बरतिया राजा साजै लागे”, इस बिरहा पर पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया। इसके बाद मंच पर आए दीनानाथ एवं दल ने “शिव ससुररिया के साज सजैवले, डिमिक-डिमिक डमरू बजवलै तथा जगत जगनी, छोडे मईहर पहरिया” की प्रस्तुति दी।
कौशांबी से आयीं आकांक्षा व साथी कलाकारों ने ‘शारदा भवानी तोहरे’ पेश कर श्रोताओं की तालियां बटोरी। इसके बाद का गीत ‘अखिल जन्मदाता अमर प्रेम नाता’ खूब सराहा गया। जंगबली यादव एवं दल ने ‘राजा हो चला संगम नहाय आई’ की प्रस्तुति दी। संगत कलाकारों में रमेश कुमार ढोलक पर, करताल पर कामता प्रसाद, कोरस पर बेनी प्रसाद तथा हारमोनियम पर बांके लाल रहे।