भुवनेश्वर, 1 जुलाई 2025
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में सोमवार को नगर निगम (BMC) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर जनसुनवाई के दौरान एक भीड़ ने उनके कार्यालय में घुसकर लात-घूंसे बरसाए। घटना का वीडियो वायरल होते ही प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि साहू पर हमला एक बीजेपी नेता जगन्नाथ प्रधान के अपमान की प्रतिक्रिया में हुआ।
भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीणा ने जानकारी दी कि पुलिस ने हमले के आरोप में जीवन राउत, रश्मि महापात्रा और देबाशीष प्रधान को गिरफ्तार किया है। तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
घटना के बाद ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ (OAS) ने इस हमले का कड़ा विरोध करते हुए मंगलवार से सामूहिक अवकाश का ऐलान किया है। BMC कर्मचारियों और विपक्षी बीजद पार्षदों ने भी विरोध प्रदर्शन किया।
घटना की जानकारी देते हुए अधिकारी रत्नाकर साहू ने बताया कि वे जनसुनवाई में बैठे थे, तभी 5-6 लोग जबरन उनके केबिन में घुसे। शुरू में लगा कि वे कोई शिकायत लेकर आए हैं, लेकिन उन्होंने अचानक साहू का कॉलर पकड़ा, उन्हें घसीटा और पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने उन्हें जबरन कार में डालने की भी कोशिश की, जिससे अपहरण की आशंका भी जताई गई है।
वीडियो के वायरल होते ही विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हो गईं। बीजद के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस हमले को “लोकतंत्र के लिए शर्मनाक” बताया और बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस ने भी बयान जारी कर कहा कि “यह बीजेपी का जंगलराज है, जिसमें अधिकारी तक सुरक्षित नहीं हैं।” पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता अपरूपा राउत की अगुवाई में गुंडों ने अधिकारी की पिटाई की और उन्हें अगवा करने की कोशिश की।
यह मामला राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था और राजनीतिक शिष्टाचार पर गहरा सवाल खड़ा कर रहा है।