
लखनऊ, 1 अगस्त 2025 :
यूपी में एटीएस द्वारा पकड़े गए धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर को पांच दिन की ईडी की कस्टडी रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार को वापस लखनऊ जेल भेज दिया गया। वहीं उसके सहयोगी नवीन घनश्याम रोहरा को रिमांड पर लेने की ईडी की अर्जी पर अदालत 4 अगस्त को सुनवाई करेगी। इस दौरान नवीन को अदालत में पेश भी किया जाएगा।
बता दें कि एटीएस द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद धर्मांतरण के लिए विदेशी संस्थाओं से हुई फंडिंग के बारे में पूछताछ के लिए ईडी ने छांगुर की पांच दिन की रिमांड हासिल कर ली थी। हालांकि इस दौरान वो धर्मांतरण में अपनी संलिप्तता को नकारता रहा। वहीं संपत्तियों को खरीदने के बारे में हुई पूछताछ में उसने नवीन रोहरा को जिम्मेदार बताया। उसने बयान दिया कि नवीन ने ही उसे संपत्तियां खरीदने के लिए रकम दी थी। वह अपने परिजनों के साथ इस्लाम का प्रचार-प्रसार तो करता था, लेकिन अवैध धर्मांतरण से उसका कोई वास्ता नहीं है। नवीन और उसकी पत्नी नीतू ने अपनी इच्छा से इस्लाम धर्म अपनाया है। नवीन के पास संपत्तियां खरीदने के लिए करोड़ों कहां से आए थे, इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। अब ईडी नवीन की कंपनियों में हुए निवेश में विदेशी संस्थाओं की भूमिका का पता लगाने के लिए जांच करेगी इसलिए नवीन रोहरा को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है।






