रायपुर, 14 अगस्त 2025
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने माओवादियों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है । खबर है कि बुधवार को दो वरिष्ठ माओवादी कमांडरों को मार गिराया गया। यह मुठभेड़ मानपुर-मोहला-अंबाघर चौकी ज़िले के मदनवाड़ा के घने जंगलों में हुई। मारे गए नक्सलियों की पहचान दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZCM) के सदस्य विजय रेड्डी और डिविजनल कमेटी सदस्य (DVCM) लोकेश सलामे के रूप में हुई है। रेड्डी पर 25 लाख रुपये का इनाम था, जबकि सलामे पर 10 लाख रुपये का इनाम था।
रेड्डी, जो आंध्र प्रदेश के राजनांदगांव-कांकेर सीमा (आरकेबी) सेक्टर में दस साल से ज़्यादा समय से सक्रिय था, कथित तौर पर कोटरी प्रदेश कमेटी के लिए गुप्त रूप से काम कर रहा था, हालाँकि उसने पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था। यह नक्सल विरोधी अभियान जिला रिजर्व ग्रुप (डीआरजी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 27वीं बटालियन के संयुक्त सहयोग से चलाया गया था। यह अभियान बंदापहाड़ इलाके में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर चलाया गया था। भारी बारिश के बावजूद यह अभियान चलाया गया। ज्ञात हो कि इस साल छत्तीसगढ़ में 229 नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ है।
18 जुलाई को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ज़िले में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ अबूझमाड़ इलाके के जंगलों में हुई। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए माओवाद प्रभावित इलाकों में कई अभियान चलाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले 31 मार्च, 2026 तक भारत को नक्सलवाद से मुक्त करने का वादा किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी नक्सलवाद को खत्म करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है।






