
लखनऊ, 22 मई 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के मेहंदीगंज स्थित राजकुमार अकादमी में सिविल डिफेंस की ओर गुरुवार को मॉक ड्रिल एवं आपदा प्रबंधन का प्रदर्शन किया गया। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा की अगुवाई में हुई मॉक ड्रिल के दौरान विद्यालय के छात्रों को आपदा के समय किए जाने वाले बचाव के उपायों का प्रशिक्षण दिया गया।
चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि युद्ध के दौरान हवाई हमले से पहले सायरन बजाया जाता है, जिसकी आवाज़ दो मिनट तक ऊंची-नीची हो तो यह हवाई हमले का संकेत होता है। इस स्थिति में नागरिकों को सतर्क रहते हुए तुरंत सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी चाहिए। खुले मैदान में होने पर पेट के बल लेटना, आंख और कान बंद करना तथा दांतों के बीच रुमाल रखना चाहिए ताकि बम के प्रभाव से शरीर के महत्वपूर्ण अंग सुरक्षित रह सकें।
सिलेंडर व अन्य आगजनी से बचाव का किया प्रदर्शन
कार्यक्रम में वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा ने सिविल डिफेंस की भूमिका और आपदा के समय की रणनीति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गैस सिलेंडर में लगी आग को कंबल और बाल्टी से बुझाने की विधि का प्रदर्शन किया। वहीं विद्यालय के बच्चों ने लकड़ी और तरल पदार्थों में लगी आग को बुझाने का अभ्यास भी किया।
स्थानीय संसाधनों से स्ट्रेचर निर्माण का प्रशिक्षण दिया
सहायक उपनियंत्रक मुकेश कुमार ने कम्बल, बोरे और बांस के डंडों से आपातकालीन स्ट्रेचर बनाने का प्रशिक्षण दिया, जिससे घायल व्यक्तियों को समय रहते सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा सके। कार्यक्रम के बाद अकादमी प्रबंधक राजीव बक्शी और प्रधानाचार्य अनूप राज ने मुख्य प्रशिक्षक अमरनाथ मिश्रा, मनोज वर्मा और मुकेश कुमार के साथ आयोजन में सहयोग देने वाले वार्डन रामगोपाल सिंह, आयजुद्दीन सिद्दीकी, मयंक कुमार, रेखा मिश्रा, जितेन्द्र अरोड़ा, शिवमम श्रीवास्तव, विजय धाकरे आदि को सम्मानित किया गया।