नैनीताल, 25 दिसंबर 2025:
क्रिसमस के मौके पर नैनीताल को उत्तराखंड सरकार की ओर से बड़े विकास पैकेज का उपहार मिला। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनपद में 121 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से 13 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान दो योजनाओं का उद्घाटन और 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इनमें पर्यटन, शिक्षा, परिवहन और जलसंरक्षण से जुड़े कार्य प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बहुप्रतीक्षित मेट्रोपोल सर्फेस पार्किंग परियोजना का भूमि पूजन किया। इसकी लागत 42 करोड़ 77 लाख रुपये है। नैनीताल शहर में पार्किंग की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से यह परियोजना महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

धामी ने बताया कि 29 करोड़ 16 लाख की लागत से विकसित सूखाताल झील को अब रिचार्जिंग जोन और टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में तैयार किया गया है। इस योजना के तहत दो नई झीलों, डक्ट, एयरेशन प्लांट, दुकानों, शौचालय ब्लॉक, लिफ्ट, ट्रांजिट भवन और झील के चारों ओर पैदल पथ का निर्माण किया गया है। इससे न केवल पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि झील के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
इसके अलावा हल्द्वानी के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में 1 करोड़ 50 लाख रुपये से पुस्तकालय भवन का सुदृढ़ीकरण और पुनरुद्धार पूरा कर दिया गया है। इससे छात्राओं को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं मिलेंगी।
बेतालघाट में प्री-स्ट्रेस मोटर पुल पर 9 करोड़ 63 लाख रुपये खर्च होंगे, जिससे आवाजाही में गति आएगी। नैनीताल जिला मुख्यालय में 34 करोड़ 03 लाख की लागत से ऑटोमेटेड मैकेनाइज्ड मल्टीलेवल पार्किंग बनेगी। रामनगर में 38 करोड़ 57 लाख रुपये से बहुमंजिला पार्किंग तैयार होगी।
इसके अलावा रामनगर में पेयजल नलकूपों के लिए वोल्टेज स्टेबलाइजर, बेतालघाट में लिफ्ट सिंचाई योजना, और हल्द्वानी, लालकुआं, कालाढूंगी व रामनगर में विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्र, सड़कों व स्वास्थ्य केंद्रों की मरम्मत और निर्माण का भी शिलान्यास किया गया। गोला नदी के दानीजाला में रिवर क्रॉसिंग केबल परियोजना पर भी काम शुरू होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ये सभी योजनाएं आधारभूत ढांचे को मजबूत करने, पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने, रोजगार के नए अवसर सृजित करने और जनसुविधाओं में सुधार का मार्ग प्रशस्त करेंगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे किए जाएं। इस मौके पर विधायक सरिता आर्या, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, डीएम ललित मोहन रयाल, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।






