
देहरादून, 28 जुलाई 2025:
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने पर आयोजित सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू कर राज्य सरकार ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। कानून ने विशेष रूप से महिलाओं को सुरक्षा कवच दिया है।

सम्मान समारोह में सीएम ने कहा कि UCC के लागू होने के बाद सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले हैं। यह कानून समाज से भेदभाव मिटाने और सामाजिक समरसता स्थापित करने का सशक्त माध्यम बना है। UCC के अंतर्गत लिव-इन रिलेशनशिप के लिए पंजीकरण अनिवार्य किए जाने से बहन-बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। उन्होंने विश्वास जताया कि “समान नागरिक संहिता की यह गंगा उत्तराखंड से निकलकर पूरे देश में बहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की विचारधारा सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय एकता पर आधारित है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने का निर्णय देश को संविधान की भावना से जोड़ता है।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों का भी उल्लेख किया, जिसमें सख्त दंगारोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, और ऑपरेशन कालनेमि जैसे फैसले शामिल हैं। उन्होंने दोहराया कि सरकार किसी भी हालत में राज्य की जनसांख्यिकीय (डेमोग्राफी) संरचना को बदलने नहीं देगी।
समारोह में पूर्व राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, साध्वी रेणुका, स्वामी निरंजन चैतन्य महाराज, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रुहेला, विधायक सुरेश गड़िया, उत्तर प्रदेश के सफीपुर (उन्नाव) से विधायक बंबा लाल दिवाकर आदि विशिष्ट लोग मौजूद रहे।






