सहारनपुर, 17 मार्च 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सहारनपुर जिले में युवा उद्यमी अभियान व अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को लोन की चेक थमाईं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज यूपी की जो स्पीड, स्किल और स्केल है इससे नए उत्तर प्रदेश’ को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने बिना नाम लिए यूपी के पुराने हाल का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम पर भी जमकर तीर चलाए।

सहारनपुर के युवाओं को दिया लोन, मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का किया निरीक्षण
सीएम सुबह उड़नखटोले से मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय परिसर में उतरे। उन्होंने पहले विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद मां शाकुम्भरी देवी मंदिर में हो रहे पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यों के साथ जिले के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। जिले में पांच घण्टे से भी अधिक समय तक रहे सीएम ने जनमंच सभागार में युवाओं को लोन की चेक व ओडीओपी के किट वितरित किए। सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के लिए राष्ट्रहित और लोकहित सर्वोपरि है। हम लोगों ने यूपी में औद्योगिक निवेश के लिए नया वातावरण दिया है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जो अपनी MSME यूनिट को पांच लाख की सुरक्षा गारंटी भी देता है। डबल इंजन की सरकार ने सहारनपुर में माँ शाकुम्भरी के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण कर दिया है और उसको चालू भी कर दिया। सहारनपुर में एक अलग ही ऊर्जा देखने को मिलती है। इस ऊर्जा के साथ जब डबल इंजन की सरकार जुड़ती है तो सहारनपुर जैसे जनपदों को अपनी एक नई पहचान प्राप्त होती है।
पुलिस भर्ती के सफल अभ्यर्थियों से होली मिलन समारोह में मिलें विधायक
सीएम ने कहा कि हर युवा प्रतिभाशाली है, उसको आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए और वह अवसर यूपी सरकार दे रही है। अब तो प्रदेश के 75 जनपदों का युवा भर्ती होता है और आगे बढ़ता है। आपके परिश्रम के आगे शासन नतमस्तक हो। सरकार इसीलिए बनाई जाती है। 1947 से 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस बल में केवल दस हजार महिलाएं कार्यरत थीं। हमने एक ही भर्ती में 12 हजार से अधिक बेटियों बल में शामिल कर दिया। विधायक गांव-गांव जाएं और सफल अभ्यर्थियों को होली मिलन समारोह का आमंत्रण दें।
उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिया, हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट
सीएम ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या पहले प्रदेश में हस्त शिल्पी नहीं थे लेकिन पहले प्रदेश का मुखिया 12 बजे सोकर उठते थे और वो दो बजे तैयार होते थे फिर मित्र मंडली के साथ पिकनिक मनाते थे। उन्हें सिर्फ अपना वोट बैंक देखना रहता था। पब्लिक उनसे मिलने के लिए तरसती रहती थी। उनके गुर्गे वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया बन गए थे। आज लोगों को अपने उत्पादों के लिए टेक्नोलॉजी, पैकेजिंग एक्सपोर्ट की सुविधा मिल रही है। ओडीओपी इसकी मिसाल बन गया है। उन्होंने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन माफिया’ दिया, हमने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट दिया।