हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 12 जनवरी 2025:
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस नगर कॉलोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्वामी विवेकानंद की जयंती ‘युवा दिवस’ के अवसर पर स्वामी जी की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने विद्यालय के पूर्व छात्रों के सम्मेलन को संबोधित भी किया।
परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता
सीएम योगी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का मानना था कि चुनौती जितनी कठिन होगी, उसके अनुरूप परिश्रम करने पर जीत और शानदार होगी। उनके अनुसार परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। स्वामी जी के आदर्शों पर चलकर कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए भारत आज विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो गया है और तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
नानाजी देशमुख ने गोरखपुर से की थी सरस्वती शिशु मंदिर की शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के अनुरूप शिक्षा देने और राष्ट्रीयता का भाव जागृत करने के लिए सरस्वती शिशु मंदिर की शुरुआत नानाजी देशमुख ने गोरखपुर से की थी। उन्होंने कहा कि आज इन शिक्षा मंदिरों के जरिये जनजातीय क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। यदि इन कार्यों को तत्कालीन सरकारों ने समय रहते किया होता तो आज वहां अराजकता की यह स्थिति नहीं होती। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज नानाजी देशमुख के नाम पर एक पार्क का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि नानाजी देशमुख ने ग्रामीण विकास और वनवासी क्षेत्रों के विकास का जो मॉडल दिया है, वह आज भी अनुकरणीय है।
पत्रिकाओं का विमोचन किया
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तलिखित दो पत्रिकाओं का विमोचन भी किया तथा मां दुर्गा पर केंद्रित एक भावपूर्ण नृत्य नाटिका का अवलोकन कर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र पांडेय, आभार ज्ञापन पूर्व छात्र परिषद के मंत्री शिव शंकर तिवारी ने तथा संचालन विद्यालय में हिंदी के प्रवक्ता व्यास कुमार श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम में ये लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश, सांसद रविकिशन शुक्ल, विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र, डॉ. महेंद्र अग्रवाल, सरस्वती शिशु मंदिर के मंत्री रामनाथ गुप्ता, प्रदीप कुमार, ओमप्रकाश जालान, सूर्यकांत त्रिपाठी, राम सिंह, विवेक माहेश्वरी, संजय कुमार जायसवाल, डॉ. आमोद कुमार राय, डॉ. अश्वनी कुमार वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।