नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2025:
नेशनल हेराल्ड केस और वक्फ कानून में संशोधन को लेकर कांग्रेस अब पूरी तरह से आक्रामक मोड में आ गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ दायर चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक बदले की कार्रवाई’ करार देते हुए बीजेपी और मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला है।
कांग्रेस ने 24 अप्रैल तक देश के 57 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का ऐलान किया है, जिसमें पार्टी के दिग्गज नेता नेशनल हेराल्ड केस को लेकर बीजेपी के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। दिल्ली में पी. चिदंबरम, शिमला में अशोक गहलोत, लक्षद्वीप में शशि थरूर और अन्य प्रमुख शहरों में वरिष्ठ नेता प्रेस से मुखातिब होंगे। पार्टी का कहना है कि इसका उद्देश्य जनता के बीच सरकार की ‘जांच एजेंसियों के दुरुपयोग’ की असलियत उजागर करना है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ राहुल और सोनिया गांधी को टारगेट करने के लिए की गई है ताकि पूरे विपक्ष को डराया जा सके। कांग्रेस अब राहुल गांधी को निडर, ईमानदार और संघर्षशील नेता के रूप में जनता के बीच पेश करने की रणनीति पर काम कर रही है।
वहीं, वक्फ कानून को लेकर कांग्रेस ने राज्य और जिला स्तर पर ‘संविधान बचाओ रैली’ निकालने का ऐलान किया है, जो 25 अप्रैल से शुरू होकर 10 मई तक चलेगी। इसके जरिए पार्टी मुस्लिमों, दलितों और पिछड़े वर्गों के बीच समर्थन मजबूत करने की कोशिश में है। कांग्रेस का कहना है कि वक्फ कानून में संशोधन संविधान के मूल ढांचे पर हमला है, और बीजेपी जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को दबाव में ला रही है।
कांग्रेस ने 20 से 30 मई तक घर-घर अभियान भी चलाने की योजना बनाई है ताकि संविधान और न्याय के मुद्दे को आम जनता तक पहुंचाया जा सके। पार्टी इसे महज कानूनी नहीं, बल्कि राजनीतिक लड़ाई बता रही है जिसमें वह पूरी ताकत से मैदान में उतरेगी।