
अशरफ अंसारी
इटावा, 4 सितंबर 2025:
यूपी की इटावा जेल में बंद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से गुरुवार को मिलने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बाहर रोक दिया गया। जेल प्रशासन ने उन्हें अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी। इस पर अजय राय भड़क गए और सैकड़ों समर्थकों के साथ जेल गेट पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।

अजय राय ने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस दफ्तरों में तोड़फोड़ करते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता इसका विरोध करते हैं तो उल्टे उन्हीं पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि अफसर सत्ता के दबाव में चापलूस की तरह काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में इटावा में कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के विरोध में प्रदर्शन किया था, जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई। इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित, नगर अध्यक्ष राशिद खान, पूर्व जिलाध्यक्ष मलखान सिंह, पल्लव दुबे समेत 9 नेताओं को जेल भेजा गया है। इन्हीं से मुलाकात करने अजय राय पहुंचे थे।
धरने के दौरान अजय राय ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से अन्याय और तानाशाही के खिलाफ लड़ती आई है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “वोट चोरी का मुद्दा सरकार के माथे पर चिपका हुआ है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए जीएसटी स्लैब में कटौती का दिखावा किया जा रहा है, जबकि इससे आम जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला।” उन्होंने प्रधानमंत्री पर विदेश दौरों में व्यस्त रहने का तंज कसा और कहा कि जनता सब देख रही है। समय आने पर हिसाब लेगी।






