मुजफ्फरनगर,30 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने शहर में पोस्टर लगाए हैं, जिनमें मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मी नगर’ करने की बात कही गई है। शनिवार को रेलवे स्टेशन और मुख्य सड़कों पर ‘लक्ष्मी नगर’ लिखे बैनर देखे गए।
नाम बदलने की इस मांग पर नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बुढ़ाना से आरएलडी विधायक राजपाल बालियान ने कहा कि उन्हें ‘मुजफ्फरनगर’ या ‘लक्ष्मी नगर’ किसी भी नाम से कोई आपत्ति नहीं है। यह मामला राज्य सरकार के अधिकार में आता है और एनडीए सरकार जो भी फैसला लेगी, वे उसे मानेंगे। वहीं, मुजफ्फरनगर में मौजूद आचार्य धीरेंद्र सिंह शास्त्री ने भी इस फैसले का समर्थन किया है।
इससे पहले, महीने की शुरुआत में बीजेपी एमएलसी मोहित बेनीवाल ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था कि जिले का नाम बदलना जनता की भावनाओं से जुड़ा है और इससे इसे नई पहचान मिलेगी। उनके इस बयान के बाद इस विषय पर राजनीतिक और सामाजिक समूहों में चर्चा शुरू हो गई।
हिंदू युवा वाहिनी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रह्लाद आहूजा ने कहा कि वे पिछले 7-8 सालों से इस मुद्दे पर संघर्ष कर रहे हैं और यह मांग उनकी भावनाओं को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि ये पोस्टर तो केवल शुरुआत हैं, आने वाले दिनों में यह पूरे शहर में नजर आएंगे।
वहीं, समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि नाम बदलने की बजाय सरकार को बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं और कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। उनका कहना है कि नाम बदलने से ज्यादा जरूरी है कि जनता की परेशानियों का समाधान किया जाए।