
बलरामपुर/लखनऊ, 17 जुलाई 2025:
अवैध तरीके से धर्मांतरण और हवाला नेटवर्क से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए बलरामपुर से लेकर मुंबई तक 14 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के नेटवर्क के खिलाफ की गई है, जिसे हाल ही में अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
बलरामपुर में छांगुर के 12 ठिकानों पर जांच
सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम ने उतरौला में छांगुर से जुड़े लगभग 12 ठिकानों की तलाशी ली। वहीं, मुंबई में भी दो स्थानों पर छापेमारी की गई, जहां से शहजाद शेख नामक व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है। शेख के खाते में करीब दो करोड़ रुपये की संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जानकारी सामने आई है। यह छानबीन गुरुवार सुबह 5 बजे से शुरू हुई थी।
इससे पहले यूपी एटीएस ने छांगुर और उसकी एक सहयोगी महिला को अवैध धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग के एंगल से भी जांच कर रही है।
छांगुर के भतीजे सोहराब को हिरासत में लिया
एसटीएफ ने बुधवार देर रात उतरौला में छांगुर के भतीजे सोहराब को हिरासत में लिया, जिस पर आजमगढ़ में धर्मांतरण कराने का आरोप है। टीम ने उतरौला बस अड्डा रोड पर एक संदिग्ध युवक से पूछताछ के बाद उसे हिरासत में लिया।
एटीएस के गवाह हरजीत कश्यप पर जानलेवा हमला
इसी कड़ी में एटीएस के गवाह हरजीत कश्यप पर जानलेवा हमला किए जाने का मामला भी सामने आया है। ग्राम रसूलाबाद निवासी हरजीत ने छांगुर पर जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया था। इसी बयान को लेकर छांगुर के गुर्गों रियाज, कमालुद्दीन और नव्वाब ने हरजीत को मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। हरजीत ने बताया कि हमलावरों ने कहा कि रसूलाबाद गांव पाकिस्तान है, यहां रहकर मुसलमानों से बगावत करते हो, इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
इस पूरे मामले की जांच अब और तेज कर दी गई है। पुलिस और ईडी दोनों एजेंसियां छांगुर के देशभर में फैले नेटवर्क और फंडिंग सोर्स की गहराई से जांच कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।






