रांची, 26 जुलाई 2025
‘अपरेश कगार’ मामले में केंद्र सरकार द्वारा खुली छूट दिए जाने के बाद, झारखंड पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र बलों के साथ मिलकर पिछले कुछ महीनों से माओवादियों का सफाया करने के उद्देश्य से राज्य भर में कई अभियान चला रही है। मुख्य रूप से लातेहार, लोहरदगा, गुमला और चतरा जैसे घने जंगल लगातार मुठभेड़ों का केंद्र बन गए हैं।
सुरक्षा बलों ने पहले ही कई अभियानों में हथियार, गोला-बारूद और माओवादी साहित्य ज़ब्त किया है। इसी संदर्भ में, आज सुबह गमला ज़िले के घाघरा वन क्षेत्र में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच भीषण गोलीबारी हुई।
इस मुठभेड़ में, भाकपा (माओवादी) से अलग हुए झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के तीन सदस्य गंभीर रूप से गोली लगने से मौके पर ही मारे गए। इसी तरह, झारखंड पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) माइकल एस. राज ने बताया कि माओवादियों की तलाश में अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि जब माओवादियों का सुरक्षा बलों से आमना-सामना हुआ, तो आत्मसमर्पण करने के निर्देश के बावजूद उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि उनकी ओर से कोई जनहानि नहीं हुई।