गोरखपुर,3 अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में फर्जी तरीके से 40 छात्रों को प्रवेश दिलाने वाले एक लिपिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह लिपिक पहले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था और बाद में प्रमोशन पाकर बाबू बन गया। कैंट पुलिस ने बुधवार को उसे गिरफ्तार किया। आरोप है कि उसने देश की प्रतिष्ठित संस्था में फर्जी तरीके से छात्रों को दाखिला दिलाकर करोड़ों रुपए हड़प लिए।
सत्र 2020-21 और 2021-22 के दौरान 40 छात्रों ने फर्जी कागजात के जरिए प्रवेश लिया था। जनवरी 2023 में जब इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ, तो इसमें बेलीपार थाना क्षेत्र के रहने वाले मास्टरमाइंड रवि मोहन श्रीवास्तव का नाम सामने आया। वह 2006 में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में भर्ती हुआ था और 2009 में परीक्षा देकर लिपिक बन गया। प्रवेश प्रक्रिया की सूची इसी के टेबल से आगे बढ़ती थी, जिसका फायदा उठाते हुए उसने काउंसलिंग के बाद सूची में छात्रों के नाम जोड़ दिए। इसके बदले हर छात्र से 5 लाख रुपये वसूले गए, जिससे कुल 2.7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप इस लिपिक पर लगा है।
एसएसपी के निर्देश पर कैंट पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जांच रिपोर्ट में तीन अन्य शिक्षकों और पांच कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप भी पाया गया, जिनमें से यह लिपिक भी शामिल था। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने लिपिक रवि मोहन श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस बारे में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आरोपी को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है और पूरे मामले की जांच जारी है। लिपिक ने कुछ अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस साक्ष्य और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।