गाजियाबाद, 23 जुलाई 2025:
यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गाजियाबाद में एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए फर्जी दूतावास चलाने के आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। आरोपी कविनगर के केबी-45 का निवासी है। वह कविनगर में केबी-35 मकान
किराए पर लेकर वहां फर्जी दूतावास चलाने के साथ खुद को ‘वेस्ट आर्कटिक दूतावास’ का कॉन्सुल एंबेसडर घोषित कर रखा था।
44.70 लाख नकद व डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियां जब्त
STF की छापेमारी में आरोपी के पास से वीआईपी नंबर प्लेट लगी चार लग्जरी गाड़ियां, 44.70 लाख रुपये नकद, 34 अलग-अलग देशों और कंपनियों की मोहरें, विदेश मंत्रालय की मुहर लगे फर्जी दस्तावेज, फर्जी प्रेस कार्ड, दो फर्जी पैन कार्ड, 12 कथित माइक्रोनेशन देशों के डिप्लोमेटिक पासपोर्ट, कई देशों की विदेशी मुद्रा, विभिन्न कंपनियों के दस्तावेज और 18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट बरामद की गई हैं।
STF अधिकारियों के अनुसार हर्षवर्धन फर्जी देशों जैसे ‘वेस्ट आर्कटिक’, ‘सबोरगा’, ‘पुलावाविया’, ‘लोडोनिया’ का प्रतिनिधि बनकर लोगों को गुमराह करता था। वह खुद को डिप्लोमैट बताकर देश-विदेश में काम दिलाने के नाम पर दलाली करता और हवाला रैकेट के जरिए बड़ी धनराशि का लेनदेन करता था।
तांत्रिक चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी के संपर्क में रह चुका है आरोपी
हर्षवर्धन ने प्रभावशाली दिखने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य बड़े नेताओं के साथ मॉर्फ की हुई तस्वीरों का इस्तेमाल किया। वह पहले भी तांत्रिक चंद्रास्वामी और इंटरनेशनल आर्म्स डीलर अदनान खगोशी जैसे विवादित लोगों से संपर्क में रह चुका है। वर्ष 2011 में भी उसके पास से एक सैटेलाइट फोन बरामद हुआ था, जिसकी FIR कविनगर थाने में दर्ज है। फिलहाल STF आरोपी से पूछताछ कर रही है। इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के फर्जीवाड़े से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।